Jabalpur News: हजारों बच्चों ने की चित्रकारी, बोल उठा कैनवास- बचाओ पर्यावरण

हजारों बच्चों ने की चित्रकारी, बोल उठा कैनवास- बचाओ पर्यावरण
भंवरताल गार्डन में जुटे नन्हें कलाकार, पर्यावरण संरक्षण थीम पर दी सशक्त अभिव्यक्ति, भविष्य के खतरों से करवाया अवगत, संभल जाने का भी दिया संदेश

Jabalpur News: दैनिक भास्कर द्वारा 40वें वर्ष में प्रवेश के मौके पर पेंन्टिंग कॉम्पिटीशन का आयोजन रविवार को भंवरताल गार्डन में हुआ। तीन वर्गों में हुई स्पर्धा में हजारों बच्चे कैनवास सजाने जुटे। प्रतिस्पर्धा का विषय पर्यावरण संरक्षण रखा गया। अभिभावक भी इस दौरान बच्चों का उत्साहवर्धन करते दिखे। बच्चों ने ऑइल, वॉटर कलर, एक्रेलिक वॉटर कलर, स्केच पेन, पेन ब्रश का उपयोग किया। उनके चित्रों में बेसिक यानी रेखा, रंग, आकार, अंतराल और टेक्स्चर, टोन का अद्भुत संयोजन दिखा। चेतावनी, जागरूकता और समाधान इन तीनों का समावेश उनकी चित्रकारी में रहा।

जल्दी ही घोषित होंगे परिणाम

प्रतियोगिता का परिणाम जल्दी ही दैनिक भास्कर में प्रकाशित किया जाएगा। विजेताओं को एक आगामी दिनों में आयोजित विशेष समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा, तो जानकारी के लिए पढ़ते रहें दैनिक भास्कर।

सुबह 8 बजते ही बच्चे पेरेंट्स के साथ भंवरताल गार्डन पहुंचने लगे। कंधों पर छोटे-छोटे बैग टांगे बच्चे बड़े इरादों के साथ आए। तय समय पर प्रतिस्पर्धा प्रारंभ होते ही वे अपने मिशन में जुट गए। पहले रेखाओं और फिर रंगों का अनूठा समायोजन शुरू हो गया, जैसे जैसे घड़ी के कांटे आगे बढ़े, कोरा कागज हरा-भरा होकर कुछ कहने लगा...! धीरे-धीरे पिक्चर क्लियर होती गई।

कहीं धरा नजर आने लगी तो कहीं पॉल्यूशन, पॉलीथिन से फाइट करने का मैसेज दिखने लगा। समय पूरा हुआ तो लगा कि हजारों नन्हें उस्तादों की कलाकारी, चित्रकारी रंग लाई। उनका एक ही मकसद था कि लोग पर्यावरण का महत्व जानें, इसके संरक्षण के लिए आगे आएं।

कैनवास पर दिखे अनेक मैसेज

} जंगल काे बचाने के लिए लगाने हाेंगे पाैधे, बचानी हाेगी धरती।

} पेड़ों काे कटने से राेकना है ताे फिर दोहराना हाेगा चिपकाे आंदोलन।

} सेव एनवायरमेंट, सेव लाइफ का स्लाेगन भी नजर आया।

} नाे ट्री, नाे ह्यूमन, इसलिए प्लांटेशन करें।

} सेव वाॅटर, रिड्यूस वेस्ट और बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन स्लोगन भी दिखा।

संडे का दिन बच्चाें के लिए रहा खास

जहां नन्हें-मुन्ने बच्चों ने अपनी कल्पनाओं काे रंगाें से कैनवास पर व्यक्त किया, ताे दूसरी ओर संडे का दिन फैमिली के साथ एंज्वॉय किया। कोई मम्मी-पापा के साथ पहुंचा,ताे कोई दादा-दादी संग शामिल हुआ।

बच्चे जानते हैं...आइए हम भी जानें

ग्लोबल वॉर्मिंग- इसके बढ़ने का मुख्य कारण ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती मात्रा है, जिसके चलते पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है, ग्लेशियर के तेजी से पिघलने के लिए भी इसे जिम्मेदार माना जा रहा है।

प्लास्टिक वेस्ट- हर साल लाखाें टन प्लास्टिक नदियाें, झीलों और महासागराें में पहुंचता है। जहां जलीय जीव इसे खा लेते हैं, जो कि उनके जीवन के लिए खतरा बनता है। माइक्रो-प्लास्टिक जलीव जीवों के लिए घातक हैं।

फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं - यह धुआं कई जहरीले रसायनाें, गैसाें और कणाें से बना होता है, जाे मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और जलवायु पर गंभीर प्रभाव डालता है।

सर्टिफिकेट पाकर खिले चेहरे

प्रतियाेगिता के सभी प्रतिभागियों काे सर्टिफिकेट दिए गए। जिसे पाकर पेरेंट्स और बच्चे दोनाें ही बेहद खुश नजर आए। साथ ही प्रतिभागी बच्चाें को रिफ्रेशमेंट भी प्रदान किया गया।

इनका मिला सहयोग

कदम संस्था के मेम्बर्स ने पेंटिंग प्रतियाेगिता के संचालन व व्यवस्थाओं में सहयोग दिया। आयोजन में पूजा ऑप्टिक्स, न्यू राधिका बुक पैलेस एवं द केक कंपनी का सहयोग रहा। विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने भी हमें सहयोग प्रदान किया।

Created On :   10 Nov 2025 5:13 PM IST

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