एक हाथ में प्रमोशन, दूसरे में तबादला, प्राचार्य बोले अरे..खुशियों के साथ दर्द का पैकेज मत दीजिए

एक हाथ में प्रमोशन, दूसरे में तबादला, प्राचार्य बोले अरे..खुशियों के साथ दर्द का पैकेज मत दीजिए
विभाग के सामने आईं 90 % आपत्तियाँ, अब 13 अगस्त को काउंसिल के जरिए एक बार फिर चलेगा मान-मनौव्वल का दौर

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी में पिछले साल तगड़ा सबक सीखने के कारण शिक्षा विभाग ने इस बार फूँक-फूँक के कदम रखे। व्याख्याता और हाईस्कूल प्राचार्यों को एक हाथ से प्रमोशन का तोहफा दिया गया, लेकिन दूसरे में ट्रांसफर ऑर्डर भी थमाया गया और इसके बाद शिक्षा विभाग ने दावे-आपत्तियाँ बुलाईं। मजेदार बात यह है कि प्रमोशन पाने वाले शिक्षक खुश तो हैं, लेकिन ट्रांसफर को बड़ी तकलीफ मान रहे हैं। यही वजह है कि तकरीबन 90 फीसदी शिक्षकों ने तबादले पर असहमति जता दी है।

हाईस्कूल प्राचार्यों और व्याख्याताओं का फीडबैक आने के बाद शिक्षा विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अधिकांश शिक्षकों को पदोन्नति तो चाहिए, लेकिन तबादला कतई नहीं। जानकारों का कहना है कि 62 व्याख्याताओं में से 50 ने अपने तबादले पर असहमति जता दी है। इसी तरह प्राचार्य पद पर पदोन्नत हुए 37 व्याख्याताओं में से 18 ट्रांसफर पर असहमत नजर आए हैं।

अब अधिकारी मनाएँगे

इस मामले में अब 13 अगस्त को शिक्षा विभाग ऐसे सभी व्याख्याताओं और प्राचार्यों की काउंसलिंग करने जा रहा है। जानकारों का कहना है कि इस दिन सभी प्राचार्याें से उनकी राय और असहमति की वजह जानी जाएगी। इस दौरान रिक्त पदों और प्राचार्यों की संख्या के हिसाब से तालमेल की स्थिति बनाने के प्रयास किए जाएँगे। काउंसलिंग के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि किसी प्राचार्य को कहाँ पदस्थ किया जाना है।

24 घंटों में मिला जवाब

जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में थोकबंद पदोन्नति और तबादलों को लेकर शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति चल रही है। शिक्षा विभाग ने बीते दिन आदेश निकालकर पूछा कि तबादलों पर प्राचार्य अपनी सहमति और असहमति गुरुवार दोपहर तक डीईओ के समक्ष प्रस्तुत करें।

इसके लिए सोच विचार करने 24 घंटे का समय दिया गया। अगले दिन डीईओ के समक्ष दोपहर 2 बजे तक सहमति और असहमति का ढेर लग गया। हालांकि पूरी लिस्ट भोपाल भेज दी गई है।

Created On :   12 Aug 2023 7:50 AM GMT

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