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Nagpur News: घर मालिक सावधान, पानी के बिल पर पालतू श्वान, बगैर मीटर की तस्वीरें लौटने पर कंपनी से फटकार

- श्वान काट रहे, इसलिए रिकार्ड रख रहे
- 31 हजार तक पहुंचा बकाया
Nagpur News. नीरज दुबे | शहर में जलापूर्ति करने वाली ऑरेंज सिटी वॉटर वर्क्स कंपनी के कर्मचारी अब नागरिकों के घर पर पालतू श्वान होने का सबूत अपने मोबाइल में कैद कर रहे हैं। अगर कोई घर में पालतू श्वान होने से इनकार करता है, तो सबूत के तौर पर फोटो घर मालिक को भेज रहे हैं। पूरा मामला बिल से संबंधित है। शनिवार को मेडिकल कॉलेज के पिछले हिस्से में स्थित सावित्रीबाई फुले नगर में छाया तेलंग को जो जलापूर्ति बिल मिला है, उस पर श्वान की तस्वीर है। इसे लेकर ओसीडब्ल्यू का अजीबोगरीब तर्क है।
15 कर्मचारी हो चुके हैं शिकार
दरअसल, मनपा प्रशासन ने जलापूर्ति की जिम्मेदारी ऑरेंज सिटी वॉटर वर्क्स को दी है। इस कंपनी के कर्मचारी प्रतिमाह जलापूर्ति की फोटो लेकर उपभोक्ता को देते हैं, लेकिन पिछले तीन माह में करीब 15 से अधिक कर्मचारी श्वानों के हमले का शिकार हुए। जब वे मीटर की तस्वीरें लेने पहुंचे, तो घर मालिक के श्वान ने काट लिया। इस डर से कर्मचारी बगैर फोटो लौटने लगे। कंपनी से फटकार मिलने पर अब सबूत के तौर पर घर मालिक के श्वान का फोटो लेते हैं। ऐसे ही एक कर्मचारी के फोटो का प्रिन्ट सावित्रीबाई फुले नगर निवासी छाया तेलंग को इस माह मिला है। जनरल स्टोर्स चलाने वाली छाया तेलंग के मुताबिक घर पर पालतू श्वान है।
31 हजार तक पहुंचा बकाया
जानकारी के अनुसार, करीब 8 साल पहले पति रमेश तेलंग की मौत के बाद से जलापूर्ति का बिल भुगतान नहीं किया है। अब तक जलापूर्ति की बकाया राशि करीब 31 हजार रुपए तक पहुंच गई है। हालांकि बगैर कोई सूचना ओसीडब्ल्यू के कर्मचारी घर पर आकर कब फोटो लेकर चले गए छाया तेलंग को पता नहीं चला। शनिवार को दूसरे शहर से लौटने पर घर के भीतर बिल पर श्वान का फोटो देखकर अचरज हुआ है।
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श्वान काट रहे, इसलिए रिकार्ड रख रहे
प्रियंका देवासे, जनसंपर्क अधिकारी, ओसीडब्ल्यू के मुताबिक जलापूर्ति के मीटर का फोटो लेने जाने वाले ओसीडब्ल्यू के कर्मचारियों को नागरिकों के पालतू श्वानों के काटने का शिकार होना पड़ रहा है। ऐसे में कर्मचारी मीटर की रीडिंग लेने से परहेज करते हैं, वहीं नागरिक घर में पालतू श्वान के होने से इनकार कर रहे हैं। ऐसे में रिकार्ड के लिए ओसीडब्ल्यू के कर्मचारी श्वानों की तस्वीरें निकाल कर रखते है। संभावना है कि गलती से बिल पर श्वान का फोटो प्रिन्ट हो गया हो।
मुझे जानकारी नही, कैसे लिया फोटो
छाया तेलंग, भुक्तभोगी महिला ने बताया कि कुछ साल पहले मेरे पति की मौत हो चुकी है। उस समय से जलापूर्ति का बिल भुगतान नहीं हुआ है। मेरे घर पर पालतू श्वान है, लेकिन ओसीडब्ल्यू के कर्मचारी ने घर पर आकर उसकी तस्वीरें कैसे निकालीं, जानकारी नहीं। शनिवार को दूसरे शहर से लौटने पर घर मिले बिल में फोटो देखकर अचरज हुआ है।
Created On :   3 Nov 2025 5:40 PM IST













