Nagpur News: नागपुरवासी संवार रहे दुर्गम क्षेत्रों के बच्चों का भविष्य, दे रहे शिक्षा सामग्री

नागपुरवासी संवार रहे दुर्गम क्षेत्रों के बच्चों का भविष्य, दे रहे शिक्षा सामग्री
  • बढ़ रहा बच्चों का मनोबल
  • बरसों से बांट रहे शिक्षा सामग्री
  • 300 से अधिक बच्चों को शिक्षा सामग्री वितरीत

Nagpur News. देश दुनिया के विद्वानों ने शिक्षा को लेकर एकसमान संदेश दिया है कि ‘पढोंगे-लिखोंगे तो बनोंगे सयाने’। देश आजाद हुए 78 साल हो चुके हैं। लेकिन आज भी देश के कई हिस्से ऐसे हैं, जहां मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पायी है। बिजली, पीने का शुद्ध जल, सड़कें, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अनेक समस्याएं सुरसा के मुंह की तरह है। आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों समेत अनेक ऐसे दुर्गम छोटे-छोटे गांव-कस्बे हैं, जहां लोग आज भी विकास की बाट जोह रहे है। बड़ी बात यह है कि उन क्षेत्रों में शिक्षा को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखा पा रहा है। शहरों में जहां फाइव स्टार रेटिंगवाले स्कूल-कॉलेज हैं, उन क्षेत्रों में प्रायमरी तक शिक्षा की जरुरी सुविधाएं तक नहीं है। नागपुर की संस्था सेवा फाउंडेशन द्वारा हर साल उन दुर्गम क्षेत्रों में जाकर वहां के ग्रामीण और उनके बच्चों का मनोबल बढ़ाया जाता है। शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाता है। उन बच्चों को शिक्षा के लिए जरुरी सभी तरह की सामग्री उपलब्ध करा दी जाती है।

300 से अधिक बच्चों को शिक्षा सामग्री वितरीत

सरकारी अस्पताल मेडिकल और मेयो में जरुरतमंद मरीजों को सभी तरह का सह्योग करनेवाले सेवा फाउंडेशन द्वारा हर साल दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में जाकर वहां के बच्चों को शिक्षा सामग्री का निशुल्क वितरण किया जाता है। मेलघाट जैसे क्षेत्रों के 10 गांवों के 300 से अधिक जरुरतमंद बच्चों को सभी प्रकार की शिक्षा सामग्री वितरीत की गई। यह गांव लवादा, मांगिया, तांगडा, मालुर, चोपान, खाेपमार, खडीमल, नवलगांव, चुनखड़ी, पांचडोंगरी का समावेश है। इन गांवांे में मुख्य मूलभूत सुविधाएं और संचार नेटवर्क भी नहीं है। फाउंडेशन की टीम ने वहां जाकर विविध प्रतियोगिता आयोजित की। जिसमें वहां के बच्चों की विलक्षण प्रतिभाएं दिखायी दी। विजेताओं को उपहार दिया गया।

पांच साल से ‘एजुकेशन स्प्रेड्स स्माइल’

फाउंडेशन द्वारा नागपुर में एजुकेशन स्प्रेड्स स्माइल अभियान अंतर्गत पिछले पांच साल से शिक्षा सामग्री वितरित की जा रही है। गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों के बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए उन्हें इस साल भी शिक्षा सामग्री वितरीत की गई। स्नेहांचल वेदना उपशमन केंद्र में मुख्य अतिथि जिमी राणा मुख्य उपस्थित थे। अध्यक्षता अधिवक्ता नंदकिशोर देशमुख ने की। जब परिवार का कोई सदस्य कैंसर या अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित होता है, तो पूरा परिवार मानसिक और आर्थिक संकट में आ जाता है। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है। ऐसे समय में उनकी मदद करना जरुरी हो जाता है। ऐसे हालातों से गुजरते परिवार के लिए फाउंडेशन की पहल सराहनीय है। ऐसा उपस्थित मान्यवरों ने कहा। फाउंडेशन द्वारा सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले जरूरतमंद और बेसहारा मरीजों को दवाएं, जांच, रक्त व अन्य चिकित्सा संसाधनों की सहायता की जाती है।

Created On :   7 July 2025 5:07 PM IST

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