शीत सत्र का दूसरा दिन: किसानों के मुद्दे पर विपक्ष आक्रामक, जोरदार प्रदर्शन, सरकार से कर्जमाफी की मांग

किसानों के मुद्दे पर विपक्ष आक्रामक, जोरदार प्रदर्शन, सरकार से कर्जमाफी की मांग
  • राज्य में हर दिन आठ किसानों की आत्महत्या
  • जोरदार प्रदर्शन, सरकार से कर्जमाफी की मांग

Nagpur News. शीत सत्र के दूसरे दिन किसानों के मुद्दे पर विपक्ष काफी आक्रामक रहा। विपक्ष ने विधान भवन परिसर में किसानों के मुद्दे पर जोरदार आंदोलन किया और किसानों को कर्जमाफी देने की मांग सरकार से की। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विपक्षी विधायक हाथ में सोयाबीन, कपास की गाठी आैर कपास से बनी मालाएं पहनकर आए थे।

कांग्रेस, शिव सेना (उबाठा) व राकांपा (शरदचंद्र) के विधायकों ने कर्ज माफी, कपास और सोयाबीन को उचित दाम देने की मांग को लेकर विधान भवन की सीढ़ियों पर नारे लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह फडणवीस की नहीं बल्कि फसणवीस की सरकार है।

विपक्ष ने 'सोयाबीनला भाव नाहीं, सत्तेसाठी महायुति ची धावाधाव ', 'सोयाबीन ला नाही भाव, फडणवीस म्हणतात तुलाच ठाव', के नारे बैनर पर लिखे थे। 'किसानों को मार्केट में लोन नहीं दिया जाता, पैकेज फडणवीस का फ्रॉड है', 'वित्त मंत्री की जेब में पैसा नहीं है, पैकेज फडणवीस का फ्रॉड है' जैसे बैनर लेकर विधान भवन की सीढ़ियों की ओर मार्च किया। इस मौके पर 'किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए', 'कपास और सोयाबीन को दाम मिलना चाहिए' की मांग की। गले में कपास की माला पहने विपक्ष ने ‘सरकार तुपाशी , शेतकरी उपाशी’ जैसे नारे भी लगाए। इस मौके पर कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार, राकांपा (शरदचंद्र) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे, शिवसेना उभाठा के नेता आदित्य ठाकरे, भास्कर जाधव, सुनील प्रभु, सचिन अहीर, वरुण सरदेसाई, सिद्धार्थ खरात, प्रवीण स्वामी, कांग्रेस के सतेज पाटिल, असलम शेख आदि मौजूद थे।

राज्य में हर दिन आठ किसानों की आत्महत्या

राज्य में हर दिन आठ किसान आत्महत्या करते हैं। महायुति सरकार किसानों के लिए सिर्फ घोषणाएं कर रही है। लेकिन असल में इस सरकार की नीति किसान विरोधी है। कपास का आयात करने से कीमतें गिर जाएंगी। इसलिए कपास को बहुत कम कीमत पर व्यापारियों की जेब में डालना होगा। इससे किसान बर्बाद हो जाएंगे। कपास की तरह धान का भी कोई दाम नहीं है। सोयाबीन का दाम 4,000 रुपये प्रति क्विंटल है। सरकार को शर्म आनी चाहिए। यहीं आधारमूल्य है। ऐसा सवाल कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने पूछा।

Created On :   9 Dec 2025 8:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story