सिलसिला जारी: डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल अस्पताल में 24 घंटों में 6 नवजातों सहित 15 मरीजों की मौत- जांच कमेटी से क्लीन चिट

डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल अस्पताल में 24 घंटों में 6 नवजातों सहित 15 मरीजों की मौत- जांच कमेटी से क्लीन चिट
  • मौतों का सिलसिला जारी
  • नांदेड़ सरकारी अस्पताल में फिर मरीज तोड़ रहे दम
  • मरीजों का हलात थी गंभीर
  • अस्पताल में 732 मरीज भर्ती
  • पिछले 24 घंटे में 97 मरीज ठीक होकर घर लौटे

डिजिटल डेस्क, नांदेड़. डॉ.शंकरराव चव्हाण सरकारी कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती 15 मरीजों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि सभी मरीजों की हालत गंभीर थी। अस्पताल की ओपीडी में कुल 622 मरीजों का इलाज हुआ। फिलहाल अस्पताल में 732 मरीज भर्ती हैं। पिछले 24 घंटे यानी 6 अक्टूबर से 7 अक्टूबर की मध्य रात्रि तक कुल 154 नए मरीज भर्ती हुए हैं। इन 24 घंटों में 97 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। जब्कि ताजा रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर रूप से बीमार 15 मरीजों ने दम तोड़ दिया है, इसमें 6 नवजात शिशु, 2 बच्चे और 7 मरीज शामिल है, जिसमें 5 पुरुष, 2 महिला बताए गए हैं। पिछले 24 घंटों में कुल 59 सर्जरी की गईं। 44 मरीजों की मेजर सर्जरी और 15 मरीजों की माइनर सर्जरी की गई। पिछले 24 घंटों में 16 डिलीवरी की गईं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ.गणेश मनुरकर द्वारा 8 सिजेरियन जबकि 8 सामान्य प्रसव कराए गए।

जांच कमेटी ने डॉक्टरों और प्रशासन को दी क्लीन चिट

डॉ.शंकर राव चव्हाण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मौत का मामला पूरे प्रदेश में चर्चा में है। जांच कमेटी ने शनिवार को रिपोर्ट दी कि, नवजात की मौत और इस घटना में हुई धोखाधड़ी के लिए डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार नहीं है, जिसके चलते जांच कमेटी ने भी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन को क्लीन चिट दे दी है। मुख्यमंत्री 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन जिले में 24 घंटे में 24 मौतों के बाद अचानक इस कमेटी ने नांदेड़ जाकर हर मौत के कारणों की जांच की और अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी। कमेटी में घाटी अस्पताल के डॉ.भरत चौहान, डॉ.मीनाक्षी भट्टाचार्य और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सी.के.जोशी शामिल थे।

समिति का कहना क्या है

समय से पूर्व पैदा हुए और कम वजन के कारण नवजात शिशु की मृत्यु बहुत ही गंभीर मरीज द्वारा इलाज के दौरान प्रतिशत नहीं देना और दवाइयां की किल्लत नहीं होने का दावा समिति ने अपनी रिपोर्ट में किया है डॉक्टरों ने राहत की सांस ली है।

Created On :   8 Oct 2023 2:01 PM GMT

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