हाईटेक सचखंड श्री हजूर साहिब : अब दुनियाभर में कहीं से भी देख सुन सकेंगे रखे गए अखंड पाठ का लाइव

हाईटेक सचखंड श्री हजूर साहिब : अब दुनियाभर में कहीं से भी देख सुन सकेंगे रखे गए अखंड पाठ का लाइव
  • लिंक से दुनियाभर में कहीं से भी देख सुन सकेंगे रखे गए अखंड पाठ का लाइव
  • श्री अखंड पाठ के लिए छह साल की वेटिंग
  • 48 घंटे में निरंतर अखंड पाठ करने की परंपरा

डिजिटल डेस्क, धनराज भारती, नांदेड़। सिख धर्म के महत्वपूर्ण पांच तख्तों में एक सचखंड श्री हजूर साहिब अब हाईटेक हो गए हैं। दुनियाभर के लाखों सिख यहां अखंड पाठ करवाने के इच्छुक रहते हैं, लेकिन लंबी वेटिंग लिस्ट के बाद चाह रहती है कि जो पाठ रखवाया गया है, एक बार सुनने को मिल जाए, गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन हो जाए। भारत ही नहीं बल्कि सात समंदर पार रह रहे सिखों के लिए अब इससे बड़ी खुशखबरी क्या होगी कि उनके द्वारा रखे गए अखंड पाठ को वो देख और सुन करते हैं। उसका लाभ ले सकते हैैं। श्रद्धालुओं द्वारा रखे जाने वाले श्री अखंड पाठ को लेकर संगत में दुविधा बनी रहती थी, जो अब तकनीक के माध्यम से दूर हो रही है। दुनिया के किसी भी कोने में बैठे पाठ रखने वाले सिख परिवार अब तख्त साहिब में रखे जाने वाले अखंड पाठ को ऑनलाइन (लाइव) देख सुन सकते हैं।


श्री अखंड पाठ के लिए छह साल की वेटिंग

सचखंड गुरुद्वारा में पाठ करने वाले 300 पाठी सिंघ हैं। रोजाना 60 पाठ चलते हैं। 48 घंटे में एक पाठ संपूर्ण होता है। आगामी छह साल तक की तक बुकिंग हो चुकी है। लाखों श्रद्धालु श्री अखंड पाठ करने की प्रतीक्षा सूची में हैं। एक पाठ के लिए 9 हजार रुपए लिए जाते हैं, पहले यह शुल्क कम था।


सचखंड गुरुद्वारा बोर्ड के चेयरमैन और राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ पीएस पसरीचा ने बताया कि इसके पहले जो श्रद्धालु अखंड पाठ करवाते थे। वह आवश्यक शुल्क तो जमा करा देते थे. लेकिन यह पता नहीं चल पाता था कि उनके द्वारा रखा गया पाठ पूरी मर्यादा के साथ समाप्त हुआ की नहीं। संगत की भावनाओं का सम्मान करते हुए गुरुद्वारा बोर्ड प्रशासन पाठ रखने वाले श्रद्धालुओं को उनके पाठ का सीधा ऑनलाइन प्रसारण दिखाता है। जिससे पाठ रखने वाले परिवार अखंड पाठ सुन सकते हैं।


गुरुद्वारा बोर्ड के सलाहकार जसबीर सिंह धाम ने बताया कि अब जब किसी श्रद्धालु के रखे गए अखंड पाठ की तिथि आती है, तो उसे एक दिन पहले सूचना दे दी जाती है। जिसमें अखंड पाठ शुभारंभ का समय बता दिया जाता है। इससे अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, जर्मनी, ऑट्रेलिया, न्यूजीलैंड सहित दुनियाभर में बैठे श्रद्धालुओं को लिंक भेज दिया जाता है। जिसके माध्यम से उनके द्वारा रखे गए पाठ को वे देख और सुन सकते हैं।

जसबीर सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर 11 पाठी सिंघों को सेवा से निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही 20 नए पाठी सिंघों को सेवा दी गई है।


सिखों में कुछ खास अवसरों पर अखंड पाठ रखे जाते हैं, जैसे जन्म होने पर, जन्मदिन, शादी, सालगिरह, चिकित्सा, ऑपरेशन या मृत्यु होने पर अखंड पाठ रखकर समाप्ति की जाती है।

ऐतिहासिक घटना का जिक्र करते हुए जानकार बताते हैं कि बीबी सुंदरी नामक एक महान सिख महिला योद्धा जब युद्ध में बुरी तरह घायल हो गई थीं, तब शहीद होने से पहले अनुरोध किया था कि उन्हें अखंड पाठ सुनाया जाए, जिसके बाद उनके लिए अखंड पाठ सुनने की व्यवस्था की गई थी, वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के समीप लेट गई, क्योंकि वे इस अवस्था में नहींं थी कि बैठकर पाठ सुन सकें, जब पाठ की समाप्ती हुई तो कीर्तन, अरदास और हुक्मनामा सुनने के बाद उन्होंने अंतिम सांस लेते हुए "वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह का उच्चारण किया था।


48 घंटे में निरंतर अखंड पाठ करने की परंपरा चल रही है।

डॉ पसरीचा ने बताया कि सब कुछ ठीक चला तो जल्द और पाठी सिंघों को गुरुद्वारा बोर्ड की स्थायी सेवा में लेकर बतौर कर्मचारी नियुक्ति की जाएगी। जिससे उनके परिवार का भी भरण-पोषण ठीक से हो सकेगा। फिलहाल पाठी सिंघ मानधन पर काम करते हैं। उनका भविष्य को संवारने के लिए जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अगर ऐसा हो जाता है तो काफी अच्छा होगा।




Created On :   27 May 2023 7:27 PM IST

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