Nashik News: मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा - समृद्धी महामार्ग राज्य की समृद्धी का कॉरिडोर होगा साबित

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा - समृद्धी महामार्ग राज्य की समृद्धी का कॉरिडोर होगा साबित
  • इगतपुरी में हिंदु हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धी महामार्ग के अंतिम चरण का लोकार्पण
  • मुख्यमंत्री फडणवीस ने लोकार्पण किया
  • समृद्धी महामार्ग राज्य की समृद्धी का कॉरिडोर होगा साबित

Nashik News. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हिंदु हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धी महामार्ग राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह महामार्ग राज्य की समृद्धी का कॉरिडोर साबित होगा। अगले समय में इस महामार्ग को वाढवण बंदर के साथ भी जोड़ा जायेगा। हिंदु हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धी महामार्ग के अंतिम चरण का लोकार्पण व सायन पनवेल महामार्ग के ठाणे खाडी पूल क्रमांक तीन दक्षिण वाहिनी का लोकार्पण कार्यक्रम दूरदृश्य संवाद प्रणाली के माध्यम से मुख्यमंत्री फडणवीस के हाथों किया गया। इस दौरान उन्होंने मंच को संबोधित किया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि समृद्धी महामार्ग के लिए रिकार्ड समय में भूसंपादन किया गया हैं। इस मार्ग के कारण विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्रा सहित राज्य के 24 जिले जेएनपीटी पोर्ट से जुड गएं हैं। अब यह महामार्ग वाढवण पोर्ट के साथ जुड़ेगा। 701 किलोमीटर लंबाई के इस महामार्ग के लिए 55 हजार 335 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, शालेय शिक्षण मंत्री दादाजी भुसे, लोकनिर्माण मंत्री शिवेंद्रसिंहराजे भोसले, अन्न व औषध प्रशासन, विशेष साहाय मंत्री नरहरी झिरवाल, लोकनिर्माण राज्यमंत्री मेघना साकोरे बोर्डीकर, विधायक निरंजन डावखरे, विधायक नितीन पवार, विधायक सरोज अहिरे, विधायक हिरामण खोसकर, लोकनिर्माण विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर, महाराष्ट्र राज्य रस्ते विकास महामंडल के व्यवस्थापकीय संचालक और उपाध्यक्ष अनिल गायकवाड उपस्थित थें।

समृद्धी महामार्ग का 76 किलोमीटर मार्ग नाशिक और ठाणे जिले से गुजरता हैं। इलाके में सह्याद्री की पहाड़ियां हैं, इसमें इगतपुरी परिसर की सुरंग यह 8 किलोमीटर लंबी हैं। यह राज्य की सबसे लंबी और देश की सर्वाधिक चौड़ी सुरंग हैं।

कई परियोजनाएं शामिल

समृद्धी महामार्गसहित पालखी मार्ग पर वन विभाग के माध्यम से वृक्षारोपण करने का निर्णय किया गया हैं। इस महामार्ग के कारण एक हजार कृषी तालाब तयार हुए हैं। इसके साथ प्रत्येक 500 मीटर की दूॅॅरी पर जलपुनर्भरण व्यवस्था बनाई गई हैं। इस महामार्ग के पास सौर ऊर्जा तैयार होगी। इसके 35 मेगावॉट परियोजना का काम शुरू है। महामार्ग के समीप गेल कंपनी के माध्यम से गैस लाइन बिछाई गई है। इसके माध्यम से विकसित होनेवाली स्टीलसिटी गडचिरोली तक गैस पहुंचाई जाएगी।

Created On :   5 Jun 2025 8:38 PM IST

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