सरकार का विरोध: एसजीपीसी सहित सिखों की बड़ी संस्थाओं ने गुरुद्वारा एक्ट 24 के खिलाफ नांदेड़ में निकाला मोर्चा

एसजीपीसी सहित सिखों की बड़ी संस्थाओं ने गुरुद्वारा एक्ट 24 के खिलाफ नांदेड़ में निकाला मोर्चा
  • नांदेड़ में निकाला मोर्चा
  • गुरुद्वारा एक्ट 24 के विरोध में सड़कों पर उतरे सिख
  • आक्रोशित संगत ने दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, नांदेड़। सिखों के पांच तख्तों में एक तख्त सचखंड श्री हुजूर साहब पर सरकारी कब्जे का आरोप लगाते हुए हजारों की संख्या में सिख सड़क पर उतर आए। सिखों ने राज्य सरकार से उस कदम का कड़े शब्दों में विरोध किया, जिसके तहत गुरुद्वारा एक्ट 2024 को मंजूरी दी गई। सिख इस एक्ट को लागू करने के खिलाफ कानूनी कड़ाई कड़ने की बात कह चुके हैं, कहा जा रहा है कि इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा। इस कानून को लोकतंत्र की हत्या बताया जा रहा है। जिसे लेकर सिखों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर विशाल मोर्चा निकाला, साथ ही एक्ट के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। पांच तख्तों के जत्थेदारों, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सहित दुनियाभर की सिख संस्थाओं ने भी इसपर अपना विरोध जताया है।

सिखों ने शुक्रवार 9 फरवरी को गुरुद्वारा गेट नंबर एक से मोर्चा निकाला। जो जिलाधिकारी कार्यालय तक निकाला गया था। सचखंड गुरुद्वारा साहब के मुख्य जथेदार बाबा कुलवंत सिंघ ने अरदास कर कारसेवावाले बाबा बलविंदर सिंघ, माता साहब के बाबा तेजा सिंघ, केसगढ़ के जत्थेदार सरदार सुलतान सिंघ सहित शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरिजिंदर सिंघ धामी, सचिव राजेंद्र सिंघ मेहता और अकाली दल के उपाध्यक्ष दलित सिंघ चीमा के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया।


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राज्य सरकार की ओर से अध्यक्ष की नियुक्ति का प्रावधान करने के लिए गुरुद्वारा बोर्ड अधिनियम, 1956 के अनुच्छेद 11 में संशोधन किया गया था। इसका सभी समुदायों ने बार-बार विरोध किया गया। चुनाव को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता जगदीप सिंघ नंबरदार ने भी कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, आरोप है कि जनभावना के विपरीत, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में सोमवार 5 फरवरी को हुई कैबिनेट बैठक में सचखंड गुरुद्वारा अधिनियम 2024 पारित किया गया। प्रतिनिधिमंडल की ओर से जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। इस एक्ट के जनभावना के खिलाफ बताया है।


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इस मौके पर सचखंड तख्त साहिब के मीतग्रंथी गुरमित सिंघ, कथावाचक सरबजित सिंघ निर्मले, परमजीत सिंघ रहेरशिया, गुरुदीप सिंघ ग्रंथी, सूरिंदर सिंघ मेंबर, शेर सिंघ फौजी, रविद्र मोदी, गुरमीत सिंघ महाजन, मनप्रीत सिंघ कुंजीवाले, राजेंद्र सिंघ पुजारी, जगदीप सिंघ नंबरदार, गुरप्रीत सिंघ सोखी, किरपाल सिंघ हजुरिया, जरबिर सिंघ धुपिया, अवतार सिंघ पेहरदार, रविंदर सिंघ बुंगई, जसबीर सिंघ बुंगई, राज सिंघ रामगड़िया, मनबीर सिंघ ग्रंथी, महिंदर सिंघ पैदल, भागिंदर सिंघ घड़ीसाज, जसपाल सिंघ लांगरी, जर्नेल सिंघ गाड़ीवाले, तेजपाल सिंघ खेड, राजेंद्र सिंघ शाहू, गुरमीत सिंघ बेदी के साथ हजारों गुरु भाई उपस्थित थे।

Created On :   9 Feb 2024 2:14 PM GMT

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