जब इस महिला के शव को चिता से उठाने के लिए मजबूर हुई पुलिस

a newly married woman died in Laws house
जब इस महिला के शव को चिता से उठाने के लिए मजबूर हुई पुलिस
जब इस महिला के शव को चिता से उठाने के लिए मजबूर हुई पुलिस

डिजिटल डेस्क अनूपपर। जिले के करनपठार थाने में 5 अक्टूबर की शाम सूचना मिली कि नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है व मायके वालों को इसकी सूचना नहीं दी गई। साथ ही आनन-फानन में नवविवाहिता का अंतिम संस्कार भी किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और अंतिम संस्कार से पूर्व नवविवाहिता का शव अपने कब्जे में लिया। वहीं दूसरी घटना में कोतमा थाने में देर रात सूचना पहुंची कि फरियादी की बहू को 3 व्यक्तियों ने अपहरित कर लिया है तथा दो लाख रुपए फिरौती के मांग रहे हैं। जब तक पुलिस घटना स्थल पहुंचती महिला की पत्थर से हत्या कर दी गई। दोनों ही मामलों में शक की सुई पतियों पर ही जा रही है, फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चिता से उठवाया शव
करनपठार थानान्तर्गत ग्राम चरकूमर में निवास करने वाले चतुरा नायक का विवाह 6 वर्ष पूर्व करपा में खेमीबाई के साथ हुआ था। 5 अक्टूबर की सुबह खेमी बाई की मौत हो गई थी। मायके वालों को बगैर सूचना के ही उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। ग्रामीणों ने मायके वालों को घटना की जानकारी दी,जिसके बाद मृतिका का भाई हीरा नायक श्मशान घाट पहुंचा तब मृतिका के अंतिम संस्कार के लिए वैदिक रीति से घी का लेप शरीर पर किया जा रहा था। जैसे ही हीरानायक की नजर मृतिका की पीठ पर उभरे चोट के निशान पर पड़ी तो उसने करनपठार थाने को सूचना दी। आनन-फानन में थाना प्रभारी अरविंद साहू अमले के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ की।
18 घंटे बाद पहुंचे नायब तहसीलदार
 खेमीबाई के शव को कब्जे में लेने के बाद नायब तहसीलदार खमरौध सर्किल आरके पद्माकर को 5 अक्टूबर की शाम लगभग 5 बजे सूचित किया गया किंतु 20 किलोमीटर की दूरी तय करने में नायब तहसीलदार ने 18 घंटे से ज्यादा का समय व्यतीत कर दिया। 6 अक्टूबर की दोपहर लगभग 12.30 बजे नायब तहसीलदार घटना स्थल पर पहुंचे जहां पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम हो पाया।  इस दौरान मृतिका के ससुराल और मायके वालों के बीच तू-तू, मैं-मै होती  रही।
पहले अपहरण फिर मांगी फिरौती
थाना कोतमा अंतर्गत बसखला ग्राम में निवास करने वाले सूर्यकांत साहू का विवाह 5 वर्ष पूर्व राजकुमार साहू की पुत्री आशा के साथ हुआ था। 5 अक्टूबर की देर शाम जब वह अपनी गर्भवती पत्नी को चिकित्सक को दिखलाकर घर वापस लौट रहा था तभी बाडाखार ग्राम के समीप 3 लोगों ने उसे रोककर मोटर सायकल व मोबाइल को लूट लिया व उसकी पत्नी का अपहरण कर फिरौती के रूप में 2 लाख रुपयों की मांग भी की। जिसकी सूचना सूर्यकांत साहू ने ग्रामीणों को दी और ग्रामीणों ने इस मामले की जानकारी सूर्यकांत के पिता को दी।
घटना स्थल पर मिला शव
इस घटना की जानकारी गांव में लगते ही ग्रामीणों ने एसडीओपी विजय प्रताप सिंह  व थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा को दी। जब ग्रामीणों के साथ पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तो वहां पर मृतिका का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था और पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध 302 का प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की। वहीं नायब तहसीलदार भावना डेहरिया को दिए गए बयान में मृतिका के परिजनों ने सूर्यकांत साहू पर चरित्र संदेह को लेकर प्रताडि़त किए जाने का आरोप भी लगाया।

Created On :   6 Oct 2017 6:44 PM IST

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