आंवलाझरी पंचायत ने मॉयल प्रबंधन से तोड़ा अनुबंध, पेयजल समस्या बनी वजह

Anwalajari panchayat broke the contract with the Moyle management
आंवलाझरी पंचायत ने मॉयल प्रबंधन से तोड़ा अनुबंध, पेयजल समस्या बनी वजह
आंवलाझरी पंचायत ने मॉयल प्रबंधन से तोड़ा अनुबंध, पेयजल समस्या बनी वजह

डिजिटल डेस्क बालाघाट। आंवलझरी पंचायत की पेयजल समस्या आज भी बनी हुई है। वहीं मंत्री की फटकार के बाद मॉयल प्रबंधन ने गांव में जलापूर्ति करने के लिए तीन टैंकर पानी तो भिजवा दिया था किन्तु बीते दो दिनों से अब मॉयल भी ग्राम में लोगों को पेयजल के लिए टैंकर भेजना बंद कर दिया है। जिससे नाराज पंचायत प्रतिनिधियों ने आज 6 मई को मॉयल से वर्ष 1981 में हुआ समझौता खत्म कर दिया है। जिसका प्रस्ताव पंचायत की मासिक बैठक में पास किया गया। 
    
मॉयल द्वारा अनुबंध के बावजूद पंचायत की पेयजल समस्या को हल नहीं करने से नाराज आंवलाझरी के पंचायत प्रतिनिधियों की मासिक बैठक में उपस्थित सरपंच देवेन्द्र मोहारे, चोवालाल सौलखे, संतोष लिल्हारे, मोनिल जैन, सुरेश पिछोड़े, विजय चचाने, यमुना नगपुरे, उलसा नगपुरे, वेदवंती नगपुरे, श्रीमती मेश्राम, श्रीमती बनोटे, श्रीमती लिल्हारे सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। जहां मॉयल की कार्यप्रणाली का मुद्दा छाया रहा। जहां पंचायत प्रतिनिधियों ने मॉयल की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए 8 सितंबर 1981 में पंचायत और मॉयल प्रबंधन के वर्षो पुराने अनुबंध को खत्म करने का प्रस्ताव लिया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर लिया गया। 
    
समाजसेवी एवं पंचायत प्रतिनिधि मोनिल जैन ने बताया कि विगत काफी दिनों से पंचायत के ग्रामीण पेयजल समस्या से जूझ रहे है, जिसकी अनुबंध के तहत मॉयल की सारी जिम्मेदारी है किन्तु मॉयल प्रबंधन द्वारा गांव में पेयजल समस्या को लेकर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से परेशान ग्रामीणों को देखते हुए पंचायत ने मॉयल प्रबंधन के खिलाफ कड़ा रूख अपनाते हुए वर्षो पुराना अनुबंध पंचायत में प्रस्ताव लेकर खत्म कर दिया है। जिसकी जानकारी जिला प्रशासन, जिला पंचायत, जनपद पंचायत,  एसडीएम, मॉयल प्रबंधन और थाना प्रभारी को लिखित रूप से दी जा चुकी है। 

अब मॉयल से नए अनुबंध का फैसला ग्रामसभा में ही लिया जाएगा। जिसके लिए आगामी समय में आयोजित होने वाली ग्रामसभा में ग्रामीणों से उपस्थित होने की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि मॉयल से अब नया अनुबंध तभी होगा, जब ग्राम को विशेष ग्राम का दर्जा और विकास योजना का वादा करें। मॉयल प्रबंधन से अनुबंध खत्म करने के पंचायत के लिए गए फैसले का क्षेत्रीय जनपद सदस्य उर्मिला सौलखे ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि मॉयल प्रबंधन लगातार ग्राम के लोगों से सौतेला व्यवहार कर रहा है और मॉयल की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

Created On :   8 May 2018 1:58 PM IST

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