Balaghat News: रेप पीडि़ता का गवाही से पहले हो गया 150 किलोमीटर दूर तबादला

  • शैक्षणिक,प्रशासनिक तबादले की जद में नहीं, न आवेदन दिया
  • भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष हैं मामले में आरोपी
  • पीडिता ने आरोप लगाया है कि, उसके तबादले की कार्रवाई भाजपा संगठन से जुड़े स्थानीय नेताओं के दबाव में की गई है

Balaghat News: पूरे प्रदेश में चल रही तबादलों की प्रक्रिया के बीच एक रेप पीडि़ता शिक्षिका का केस में गवाही से पहले 150 किलोमीटर दूर छिंदवाड़ा तबादला किए जाने का मामला सामने आया है। मामले का आश्चर्यजनक पहलू यह है कि उक्त शिक्षिका न तो शैक्षणिक व प्रशासनिक तबादले की जद में आ रही है और न ही उसने तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन ही किया। भाजपा जिला अध्यक्ष रामकिशोर कांवरे व सांसद भारती पारधी भी उक्त शिक्षिका के तबादले की अनुशंसा करने से इंकार करते हैं।

बावजूद इसके तबादला हो गया और वह भी पीडि़ता के साथ दुष्कर्म के मामले में अगले महीने होने वाली गवाही से पहले। रेप के इस मामले में आरोपी भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे हैं। पीडि़त शिक्षिका का आरोप है कि उसका तबादला भाजपा नेताओं के इशारे पर रेप के केस को कमजोर करने के लिए किया गया है। अपने तबादले के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंची शिक्षिका के छिंदवाड़ा ज्वाइन करने की बाध्यता पर, शासन का फैसला आने तक फिलहाल रोक लगा दी गई है।

इधर इस तबादले को लेकर बालाघाट से लेकर भोपाल तक मामला सरगर्म रहा। जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि जिले में विभाग स्तर पर तबादला को लेकर कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई है। उन्होंने कहा कि तबादला विभाग द्वारा प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा किए जा रहे हैं, इसलिए उन्हें इस प्रकरण की जानकारी नहीं है।

यह है पूरा मामला

पीडि़त शिक्षिका ने नवंबर 2024 में भाजयुमो नेता भूपेंद्र सोहागपुरे के विरूद्ध रेप का केस दर्ज कराया था। इसके बाद उसे विभागीय और सामाजिक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 7 जून को उसका ताबदला बालाघाट से छिंदवाड़ा कर दिया गया। अपने तबादले का उसे 11 जून को पता चला। पीडि़त शिक्षिका ने तबादला आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में स्थगन के लिए आवेदन दिया। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि ट्रांसफर आदेश के विषय में शासन निर्णय ले। कोर्ट ने ये राहत जरूर दी है कि शासन के निर्णय तक शिक्षिका को छिंदवाड़ा में ज्वॉइनिंग की बाध्यता नहीं होगी।

पीडि़त शिक्षिका का आरोप

पीडि़त शिक्षिका ने बताया कि वह प्रशासनिक व शैक्षणिक तबादले के दायरे में नहीं आती है। न ही उसकी कोई शिकायत है। रेप के केस में अगले महीने गवाही है, इसलिए जानबूझकर, केस को कमजोर करने तबादला किया गया है।

पीडिता ने आरोप लगाया है कि, उसके तबादले की कार्रवाई भाजपा संगठन से जुड़े स्थानीय नेताओं के दबाव में की गई है, जो आरोपित को बचाना चाहते हैं।

Created On :   27 Jun 2025 3:47 PM IST

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