बड़ी लापरवाही, गोदाम में सड़ गया 16305 क्विंटल गेहूं , एसडीएम के निरीक्षण में खुली पोल

Big negligence, 16305 quintal wheat rotted in warehouse, open pole in SDM inspection
बड़ी लापरवाही, गोदाम में सड़ गया 16305 क्विंटल गेहूं , एसडीएम के निरीक्षण में खुली पोल
बड़ी लापरवाही, गोदाम में सड़ गया 16305 क्विंटल गेहूं , एसडीएम के निरीक्षण में खुली पोल

डिजिटल डेस्क अनूपपुर । अनूपपुर जिले में खाद्यान्न के रखरखाव में बड़ी लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। निजी गोदाम प्रबंधन की लापरवाही के कारण 16 हजार 305 क्विंटल गेहूं सड़ गया, जिसमें कीड़े लग गए। कमिश्नर को हुई शिकायत के बाद अनूपपुर एसडीएम के निरीक्षण में उक्त गेहूं में कीड़े लगे पाए गए। बताया गया है कि यही सड़ा अनाज पीडीएस के माध्यम से गरीबों को आपूर्ति की जानी थी। अनूपपुर तहसील अंतर्गत स्थित विंध्या इरेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड सजहा वेयर हाउस का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम कमलेश पुरी व कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रदीप द्विवेदी ने पाया कि गोदाम के ब्लॉक बी में 8 स्टैक 12750 क्विंटल गेहूं में कीड़े लग जाने से उन स्टैक को फ्यूमिगेशन ट्रीटमेंट कर अंडर कवर किया गया था। इसके अलावा ब्लॉक डी में 3 अधूरे गेहूं के स्टैक की जांच की गई, जिसमें गेहूं में घुन लगे होने के कारण खराब पाया गया। जिसका सैम्पल लेकर मौके पर पंचनामा बनाया गया।
नहीं कराया कीटोपचार
जांच में पाया गया कि समय-समय पर गोदाम में भंडारित गेहूं का कीटोपचार नहीं कराने के कारण गेहूं खराब हुआ है। वेयर हाउस में उपलब्ध खाद्यान्न की विधिवत स्टैक वॉर नए व पुराने गेहूं की जानकारी देने के लिए 23 जून को बयान देने निर्देशित किया गया था। वेयर हाउस प्रबंधक अनूपपुर प्रीति शर्मा ने प्राइवेट लिमिटेड सजहा वेयर हाउस में कुल 62 हजार 926 क्विंटल गेहूं भंडारित बताया। जिसमें 17555 क्विंटल पुराना गेहूं है, जिनमें 16 हजार 305 क्विंटल गेहूं कीड़ायुक्त होने पर 12750 क्विंटल गेहूं का ट्रीटमेंट किया गया है तथा 3555 क्विंटल गेहूं का ट्रीटमेंट किया जाना शेष है। वहीं फ्यूमिगेशन ट्रीटमेंट कर अंडर कवर किया गेहूं को 27 जून को खोला जाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 
नहीं मिली स्टॉक पंजी संधारित
मामले की जांच के बाद जब एसडीएम को विन्ध्या इरेक्टर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक गोदाम में रखे खाद्यान्न की जानकारी उपलब्ध नहीं करा सके। इतना ही नहीं प्रबंधक से गोदाम के खाद्यान्न से संबंधित स्टॉक पंजी की जांच की गई, जांच में स्टॉक पंजी संधारित नहीं मिली। जो इस पूरे मामलें में प्राइवेट लिमिटेड के उत्तरदायित्वों पर भी प्रश्रचिन्ह खड़ा कर रहा है।
शुरू हुआ ट्रीटमेंट का खेल
खाद्यान्न के खराब हो जाने पर उन खाद्यान्नों को अपग्रेड करने का खेल खेला जाता है। इसके पूर्व भी चावल के अपग्रेड का खेल जिले में खेला गया। गुणवत्ता विहीन चावल की खेप को उचित मूल्य की दुकान में भेज कर गरीबो की थाली में पहुंचाया दिया गया था। इसी तर्ज में अब गेहूं के ट्रीटमेंट के नाम पर कीड़ायुक्त खराब गेहूं के 5 से 10 बोरी को अच्छे गेहूं के बोरियों के साथ मिलाकर उचित मूल्य की दुकान भेज दिया जाता है। इस माह में लगभग 7 से 8 दुकानों में कीड़ेयुक्त खराब गेहूं पहुंचने के बाद वापस आने के लिए रखा गया है।
इनका कहना है
निरीक्षण में लगभग 16 हजार 305 क्विंटल कीड़ायुक्त गेहूं मिला है, जिसका प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जाएगा।
कमलेश पुरी, एसडीएम अनूपपुर

Created On :   25 Jun 2020 9:39 AM GMT

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