गेंहू की फर्जी खरीदी मामला : तत्कालीन मंडी सचिव सहित दस व्यापारियों पर दर्ज हुई FIR

Case registered against former mandi secretary and 10 businessmen in fake purchasing case
गेंहू की फर्जी खरीदी मामला : तत्कालीन मंडी सचिव सहित दस व्यापारियों पर दर्ज हुई FIR
गेंहू की फर्जी खरीदी मामला : तत्कालीन मंडी सचिव सहित दस व्यापारियों पर दर्ज हुई FIR

डिजिटल डेस्क, दमोह/हटा। नगर के कृषि उपज मंडी में हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य गेंहू खरीदी में हुए बड़े स्तर के भ्रष्टाचार को भास्कर द्वारा उजागर किया गया था। मामले के सामने आने के बाद जांच के लिए प्रशासनिक टीम गठित की गयी थी। जांच के दौरान पाए गए आरोपी तत्कालीन प्रभारी मंडी सचिव दिनेश मिश्रा सहित दस व्यापारियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

मामले में तत्कालीन प्रभारी मंडी सचिव द्वारा मनमानी करते हुए व्यापारियों को फायदा पहुंचाकर शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया था। साथ ही जिला में बैठकर हटा मंडी का उपयोग कर सैकड़ो की तादाद में अनुबंध पत्रक काट कर फायदा उठाया गया था। इन पत्रकों से फर्जीवाड़ा किया गया और बाद में मामला उजागर होने पर सभी अनुबंध पत्रकों से गेंहू फसल खरीदी व्यापारियों से दर्शाई गई। जबकि जानकारी अनुसार एक भी बोरा गेंहू कृषि उपज मंडी में आवक नहीं हुआ न ही उसकी कोई खरीदी की गई। 

मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर डॉ जे विजय कुमार के आदेश पर गठित जांच टीम की मदद से फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। जिसके बाद मंडी प्रबंधन द्वारा एफआईआर दर्ज की गई।

यह सामने आया जांच में
जांच के पश्चात् वर्तमान प्रभारी सचिव द्वारा पुलिस को सौपें गए दस्तावेजों के अवलोकन आधार पर आरोपी द्वारा  कृषक समृद्वि योजना अंतर्गत कृषकों से व्यापारियों, अनुज्ञप्तिधारियों द्वारा गेहूं  खरीद फर्जी तरीके से दर्शाई गई। जबकि 2479 कृषकों की जो सूची तत्कालीन मंडी सचिव द्वारा बनाई गई थी, उनमें से किसी भी कृषक द्वारा गेंहू हटा मंडी में नहीं बेचा गया था। 

स्टाक रजिस्टर से अनुबंध पत्रक 186 से 200, 01 से 16 तक अपने नाम पर जारी कराए गए थे। गेट पर्ची क्रमांक 1से 100 तक गेट की आवक पर्ची क्रमांक 33/1 से 33/99 तक एक ही व्यापारी विवेक ट्रेडर्स के नाम से फर्जी एवं कूट रचित रसीदे तैयार कराई गई थी। जिसके चलते मामले में शामिल व्यापारियों व  किसानों को अवैधानिक रूप से लाभ पहुंचाया गया था। दस्तावेजों और जांच के आधार पर सभी पर एफआईआर दर्ज कराई गई।

इन फर्मो के संचालक भी आए लपेटे में
प्रभारी मंडी सचिव द्वारा पुलिस को फर्जीवाड़े के समस्त दस्तावेज सौंपने पर पुलिस द्वारा इस मामले में तत्कालीन मंडी सचिव दिनेश मिश्रा सहित लक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी हटा के मालिक सुनील अग्रवाल, मुकेश ट्रेडर्स के मालिक मुकेश साहू हटा, वैशाली ट्रेडर्स के मालिक श्रीमति संगीता जैन हटा, अग्रवाल ट्रेडिंग कंपनी के मालिक प्रकाश चंद अग्रवाल दमोह, नायक ट्रेडिंग कंपनी के मालिक प्रकाश नायक, कृष्णा एंड कंपनी के मालिक राजकुमार अग्रवाल, अरूण ट्रेडिंग कंपनी के मालिक अरूण गुप्ता दमोह, विवेक ट्रेडिंग कंपनी कुम्हारी के मालिक कपिल जैन, एमएस अग्रसेन ब्रदर्स के मालिक सौरभ अग्रवाल, गरिमा ट्रेडिंग कंपनी के मालिक विद्याबाई जैन के विरुद्ध हटा थाना में अपराध  पंजीबद्व करते हुए आईपीसी की धारा 167, 467, 468, 471, 420,120बी के तहत मामला दर्ज किया।

वहीं मामला दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा मंगलवार की दोपहर मंडी कार्यालय पहुंचकर मंडी में पदस्थ समस्त स्टॉफ  की जानकारी ली, लेकिन इस दौरान बहुत ही कम स्टॉफ  मंडी कार्यालय में उपस्थित पाया गया जिसके बाद दुबारा मंडी आने की बात कही गई।

इनका कहना है
तत्कालीन मंडी सचिव एवं दस अन्य व्यापारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है और विवेचना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। यदि जांच में अन्य कोई आरोपी शामिल होता है तो उस पर भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
प्रदीप सोनी, नगर निरीक्षक हटा

Created On :   12 July 2018 7:49 AM GMT

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