कोरोना का कहर सरकारी रिकॉर्ड में 24 घण्टों में 7 मौतें, प्रोटोकॉल सेे 60 शवों का अंतिम संस्कार

Corona wreaks havoc in government records, 7 deaths in 24 hours, funeral of 60 dead bodies from protocol
कोरोना का कहर सरकारी रिकॉर्ड में 24 घण्टों में 7 मौतें, प्रोटोकॉल सेे 60 शवों का अंतिम संस्कार
कोरोना का कहर सरकारी रिकॉर्ड में 24 घण्टों में 7 मौतें, प्रोटोकॉल सेे 60 शवों का अंतिम संस्कार

एक्टिव केस 6491 सावधानी ही है बचाव का सबसे अहम विकल्प , 799 नए पॉजिटिव, 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
कोरोना की जैसी रफ्तार बीते कुछ दिनों से चल रही है, वैसी अब भी जारी है। अधिकृत रूप से सामने आने वाले मरीजों की संख्या को देखा जाए तो हालात अब भी बदतर बने हुये हैं। एक्सपर्ट की राय में इस खतरनाक वेव में एक ही उपाय है कि अतिरिक्त सावधानी बरतते हुये इससे निपटा जाए। घरों से बाहर निकलने के दौरान जो मापदण्ड तय किये गये हैं उनका सख्ती से पालन किये बगैर यह संक्रमण आसानी से नहीं थम सकता है। आने वाले समय में संक्रमण कम हो इसके लिए लोगों को वैक्सीन लगाने के प्रति सजग बनाएँ। सोमवार को वैसे इस संक्रमण ने 799 नए लोगों को अपनी आगोश में लिया। 24 घण्टों के दौरान 7 मौतें अधिकृत रूप से दर्ज हुईं। शहर में अभी एक्टिव केस की संख्या 6491 है। अब तक इस वायरस ने दोनों लहरों में 33939 लोगों को संक्रमित किया है। 
चिंताजनक - मृतकों में युवा भी शामिल  
कोविड गाइडलाइन के तहत अंतिम संस्कार करने वाले युवकों के अनुसार जो शव प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए अलग-अलग अस्पतालों से आ रहे हैं उनमें 21 साल के युवा से लेकर 75 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं। कोविड गाइडलाइन के तहत होने वाले संस्कारों में पिछली लहर में  देखा गया था कि युवाओं की संख्या नहीं के बराबर थी, लेकिन इस बार युवा भी मौत के मुँह में समा रहे हैं। इसमें भी विशेष बात यह है कि अब मौत अस्पतालों के अलावा बड़ी संख्या में घरों में भी हो रही है। 
टारगेट 10 का, लगे 5 हजार टीके 
कोरोना से बचने के लिए जिस टीके की आवश्यकता है वह टीका अब भी अपने निर्धारित टारगेट से कहीं दूर है। सोमवार को जो वैक्सीनेशन के आँकड़े सामने आये उसके अनुसार 10 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग ने रखा था, लेकिन केवल 5050 लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकी। अब तक दोनों तरह के डोज को मिलाकर  4 लाख 6 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकी है।  एक्सपर्ट का मानना है कि  एक मई से जो टारगेट अब बढऩे वाला है उसको पूरा करने से ही संक्रमण की दर कम हो सकती है। 
 

Created On :   27 April 2021 2:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story