दतिया: कलेक्टर ने ”बेटी की पेटी” एक अभिनव पहल की एमएलबी कन्या विद्यालय में की शुरूआत

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दतिया: कलेक्टर ने ”बेटी की पेटी” एक अभिनव पहल की एमएलबी कन्या विद्यालय में की शुरूआत

डिजिटल डेस्क, दतिया। दतिया जिला प्रशासन द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों एवं महिलाओं की समस्याओं के निराकरण हेतु जिला प्रशासन द्वारा बेटी की पेटी एक अभिनव पहल शुरू की गई है। इस अभिनव पहल के तहत् 30 स्थानों पर आज से ”बेटी की पेटी” लगाई गई है। कलेक्टर श्री संजय कुमार ने नव वर्ष के अवसर पर शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत् बेटी की पेटी एक अभिनव पहल का शुभांरभ शासकीय महारानी, लक्ष्मी बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दतिया में किया गया। कलेक्टर श्री कुमार ने शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियां एवं महिलायें संकोचवस प्रताड़ना से संबंधित समस्यायें अपने परिजनों एवं शिक्षिकाओं को नहीं बताती है। जिसके कारण व अवसाद में आ जाती है। इन समस्याओं को दूर करने हेतु ”बेटी की पेटी” काफी कारगार सिद्ध होगी। उन्होंने बेटियों एवं महिलाओं से आग्रह करते हुए कहा कि प्रताड़ना की श्किायतें लिखित में पेटियों में डालकर कर सकती है। जिनके नाम गोपनीय रखे जायेंगे। प्रत्येक पेटी के लिए एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि प्रयोग के रूप में अभी 30 स्थानों पर जिमसें कन्या छात्रावास, कन्या विद्यालय, महाविद्यालय एवं कोचिंग सेंटर तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में यह पेटियां स्थापित की जायेगी। इनकी सफलता को देखते हुए इन्हें बढ़ाने के भी प्रयास किए जायेंगे। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि मानव जीवन में 12 वर्ष से 19 वर्ष की किशोर अवस्था जिसे टीनेज के रूप में जाना जाता है। यह जीवन की महत्वपूर्ण अवस्था होती है जिसमें शारीरिक एवं वैचारिक विकास भी तेजी से होता है। जो युवा अवस्था में बदलाव की ओर इंगित होता है। इस अवस्था में सोचने, समझने एवं अच्छे बुरे की पहचान होने लगती है। लेकिन संकोचवश बालिकाएं एवं महिलायें अपनी प्रताड़ना की समस्याओं को परिजनों को नहीं बता पाती है। ऐसे में इन पेटियों के माध्यम से बालिकायें एवं महिलाएं बिना नाम एवं पहचान के भी अपनी शिकायत कर सकती है। जिन्हंे पूरी संवेदनशीलता एवं सहानुभूति के साथ निराकरण की कार्यवाही की जायेगी। जिससे बिना किसी दबाव में आए स्वतंत्र एवं भय मुक्त होकर अपनी पढ़ाई एवं कार्य कर सकें। कार्यक्रम के शुरू में महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अरविन्द उपाध्याय ने ”बेटी की पेटी” एक अभिनव पहल की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों को सुरक्षा एवं सम्मान प्रदान करना है। इस दौरान कलेक्टर ने स्मार्ट ऑन लाईन की कक्षाओं का भी शुभारंभ किया। कलेक्टर ने इस दौरान संस्था की छात्राओं से ”बेटी की पेटी” के संबंध में चर्चा कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धनंजय मिश्रा, डीपीसी श्री रामकुमार गौर, एमएलबी प्राचार्य श्रीमती गौरी देवराणी, उपप्राचार्य श्री अनिल दुबे, शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं शिक्षणगण तथा छात्रायें उपस्थित थी।

Created On :   2 Jan 2021 2:21 PM IST

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