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9 महीनों में ही बंद हो गई दीनदयाल रसोई योजना

डिजिटल डेस्क अनूपपुर । शहरी क्षेत्र में रोजगार की तलाश सहित काम करने के लिए आने वाले कामगारों के लिए 5 रुपए में भोजन देने के लिए जिला मुख्यालय में गत वर्ष 8 अप्रैल को दीनदयाल रसोई योजना प्रारंभ की गई। शुभारंभ के अवसर पर समाजसेवियों व गणमान्य नागरिको के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने इस योजना को गरीबों के लिए कामधेनु बतलाया था। शुरूआती दौर में नपा व समाजसेवियों ने इस कार्य में अपना आर्थिक सहयोग प्रदान किया। समय बीतने के साथ ही नपा अपने नैतिक कर्तव्यों से विमुख होती गई, उदासीनता के कारण यह महत्वाकांक्षी योजना महज 9 महीनों में ही दम तोड़ दी। बीते 3 महीनों से दीनदयाल रसोई में ताला लटका हुआ है। वहीं स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी बेरोजगार होना पड़ा।
महिलाओं से छिना रोजगार
दीनदयाल रसोई योजना का संचालन नपा द्वारा गठित मातृशक्ति स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा था जिसके लिए खाद्य विभाग से खाद्यान्न प्रदान किया जा रहा था। वहीं दाल एवं सब्जी का प्रबंध रसोई योजना से प्राप्त आय से किया जाता था समूह की 5 महिलाएं बतौर रसोईया का कार्य देख रही थी जिससे उन्हें आय होने के साथ ही एक निश्चित रोजगार मिल गया था लेकिन लगभग 3 महीनों से पैसों के अभाव में इन महिलाओं को वेतन भुगतान भी नहीं हो पाया है और यह योजना बंद पड़ी है।
समाजसेवी भी विमुख
दीनदयाल रसोई योजना का संचालन जिला मुख्यालय में मातृशक्ति स्व सहायता समूह के द्वारा किया जा रहा था जिसे अब तक जन सहयोग के रूप में पर्याप्त राशि नहीं मिल पा रही है और नगर पालिका के पास इसके संचालन के लिए अलग से कोई बजट की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है जिस वजह से न तो दान-दाता आगे बढ़ रहे हैं और न ही नगरपालिका। इसमें कोई सहयोग कर पा रही है। वहीं नपा के द्वारा मार्गदर्शन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। वहीं पूर्व में जिन समाजसेवियों द्वारा इस योजना में आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता था वे भी नपा की कार्य प्रणाली से असंतुष्ट होकर अपना सहयोग देना बंद कर दिया। उन्होंने भी आरोप लगाया कि नपा द्वारा अनावश्यक कार्यों में राशि खर्च की जा रही है जबकि इस पुनीत कार्य को वह आर्थिक बोझ बतलाकर अपना पल्ला झाड़ रही है। जनभागीदारी के माध्यम से रुपयों को एकत्रित किया जाता है किंतु उसका उपयोग अनुपयोगी कार्यों में खर्च किया जा रहा है। सामतपुर तालाब में निर्माण कार्य इसका प्रमाण है।
वेतन भुगतान व राशन का कर्ज
खाद्य विभाग द्वारा इसके संचालन के लिए चावल तथा गेहूं की आपूर्ति की जाती है वहीं भोजन में दिए जाने वाले दाल तथा सब्जी एवं संसाधनों के लिए नपा के द्वारा राशि प्रदान की जाती है लेकिन पर्याप्त राशि उपलब्ध न होने के कारण जहां रसोईयों का मानदेय नहीं मिल रहा वहीं सब्जी व गैस चूल्हे की रिफिल कराने में व्यय राशि का भी भुगतान नहीं हो पाया है। जिस वजह से 5 रुपए में मिलने वाला भोजन अब उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
इनका कहना है।
बजट के अभाव में दीनदयाल रसोई का संचालन नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में भोपाल में पत्राचार कर बजट उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
रामखेलावन राठौर, अध्यक्ष नपा अनूपपुर
Created On :   26 March 2018 2:07 PM IST