तालाब में जहर मिलाकर किया आधा दर्जन चीतल का शिकार, मचा हड़कंप

Half a dozen chital victims were killed by mixing poison in the pond
तालाब में जहर मिलाकर किया आधा दर्जन चीतल का शिकार, मचा हड़कंप
तालाब में जहर मिलाकर किया आधा दर्जन चीतल का शिकार, मचा हड़कंप


डिजिटल डेस्क बालाघाट।   जिले के खैरलांजी क्षेत्र अंतर्गत महाराष्ट्र राज्य के सीमा छोर पर स्थित गर्राबोड़ी स्थित तालाब में जहर मिलाकर आधा दर्जन वन्य प्राणी चीतल का शिकार मामले में विभागीय तौर पर जांच शुरू की गई है। प्रारंभिक तौर पर पूछताछ के लिए गांव के कुछ युवको को लाया गया है, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है। इस संबंध में जानकारी से अवगत कराते हुए वन परिक्षेत्र अधिकारी दिलीप उइके ने कहा विभागीय तौर पर जानकारी के अनुसार 22 अपै्रल को विभाग को सूचना मिली थी कि गांव के समीप राजस्व तालाब में आधा दर्जन वन्य प्राणी चीतल की पानी पीने से मौत हो गई है। विभागीय तौर पर मौके पर पहुंचकर मृत वन्य प्राणी चीतल के शव को बरामद कर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस मामले में जांच की जा रही है अब तक यह पता नही चल सका है कि तालाब में जहर किसने मिलाया है।   
क्या है मामला-
खैरलांजी वन परिक्षेत्र अंतर्गत मुरझड़ बीट के गर्राबोड़ी में पांच मादा चीतल सहित एक कोटरी वन्यप्राणियों के शिकार  मामले मे गुरूवार को की गई पूछताछ में गांव के एक युवक पर संदेह है जिसकी तलाश की जा रही है। तालाब का पानी पीने से वन्य प्राणी पांच मादा चीतल एवं एक कोटरी की मौत हुई है। मृत चीतलों में से एक मादा चीतल गर्भ अवस्था में थी। मृत चीतलों की उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष है। मुरझड़ बीट कक्ष क्रमांक 550 के अंतर्गत वन क्षेत्र से लगे जरनाह तालाब के समीप सभी वन्य प्राणी के शव देखे गए।
पीएम बाद हुआ अंतिम संस्कार-
इधर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि चीतलों की मौत जहर मिले पानी पीने से हुई है। मृत चीतल में एक गर्भवती थी। वन विभाग के एसडीओ ने पूरी घटना की पुष्टि की है। बताया जा रहा है पहले भी इस क्षेत्र में इस तरह से चीतल का शिकार कर मांस बेचने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लेकिन, इतनी संख्या में मृत चीतल पहली बार मिले हैं।

Created On :   23 April 2020 5:28 PM GMT

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