13 गांव की सुरक्षा 6 पुलिस कर्मियों के भरोसे

Heavy Scarcity of police officers in thirteen villages
13 गांव की सुरक्षा 6 पुलिस कर्मियों के भरोसे
13 गांव की सुरक्षा 6 पुलिस कर्मियों के भरोसे

डिजिटल डेस्क, अनूपपुर । जिले में पुलिस महकमें में बल की कमी प्रारंभ से ही रही है। अनूपपुर जिले में आबादी और थानों के अनुपात में लगभग 170 पुलिसकर्मियों का अभाव रहा है। फरवरी 2017 से लेकर जुलाई 2017 तक पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन द्वारा इस संबंध में किए गए पत्राचार के बाद 150 आरक्षकों के पद स्वीकृत करने के पश्चात भर्ती भी की गई, किंतु यह बल अब प्रशिक्षण के लिए जा रहा है। आगामी एक वर्ष तक इसका लाभ जिले को नहीं मिल पाएगा।

शहडोल तथा अनूपपुर जिले की सीमा पर स्थित देवहरा ग्राम में वर्ष 2008-09 में पुलिस सहायता केन्द्र का शुभारंभ किया गया था। चचाई थाने से दूरी अधिक होने के कारण तथा सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही के अवधारणा को लेकर इस सहायता केन्द्र में कार्य प्रारंभ किया गया किंतु तब से लेकर आज तक इस सहायता केन्द्र में पर्याप्त बल की तैनाती नहीं की जा सकी है। 13 गांवों की 50 हजार की जनसंख्या  की सुरक्षा की जिम्मेदारी सिर्फ 6  पुलिसकर्मियों पर ही है।

आधा दर्जन बल ही उपलब्ध 
बीते 9 वर्षों में इस सहायता केन्द्र में आबादी के अनुपात में पुलिस बल की तैनाती नहीं हो पाई है। वर्तमान में 1 प्रशिक्षु उप निरीक्षक, 1 सहायक उपनिरीक्षक, 2 प्रधान आरक्षक तथा 2 आरक्षक के भरोसे 13 गांवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। पुलिस सहायता केन्द्र के अंतर्गत देवहरा, धिरौल, पटना तथा कालरी प्रबंधन की कालोनी संजय नगर भी सम्मिलित है। प्रारंभ से ही इस सहायता केन्द्र में पर्याप्त बल मुस्तैद किए जाने की बात की जाती रही है, किंतु अब तक 9 वर्षों में स्थिति में कोई भी परिवर्तन नहीं आया है।

आए दिन  तनाव 
देवहरा और उसके आसपास के ग्रामों में कालरी प्रबंधन द्वारा भूमि अधिग्रहण कर कोयले की खदान का संचालन किया जा रहा है। प्रभावित कृषकों और कालरी प्रबंधन के बीच सामंजस्य की कमी और कृषकों की मांग को लेकर आंदोलन की स्थिति भी उत्पन्न होती रहती है। वहीं कोयला उत्पादन के लिए  किए जाने वाले बारूदी विस्फोट से ग्रामीणों के आवास में पड़ी दरारों को लेकर भी ग्रामीण विरोध करते रहे हैं। गत वर्ष प्रभावित कृषक द्वारा आत्मदाह की चेतावनी के बाद स्थिति तनाव पूर्ण भी हो गई थी। जिसे शांत करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। 
 

Created On :   31 May 2018 1:53 PM IST

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