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दिनदहाड़े कार से चोरी हो गया नोटों से भरा बैग, सबूत लेकर 6 घंटे भटकते रहे पीड़ित

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। ओमती थाना क्षेत्र स्थित मॉडल रोड दवा मार्केट के बाहर एक दवा व्यापारी की कार से नोटों से भरा बैग गायब हो गया। रविवार की दोपहर साढ़े तीन बजे हुई इस वारदात के बाद पीड़ित व्यापारी और उनके साथियों ने थाने में सूचना देते हुए समीप की एक दुकान के कैमरे से फुटेज निकाले। फुटेज में एक शख्स बैग चुराकर भागते हुए नजर आया। इसी बीच समदड़िया मॉल के पास एक ऑटो में व्यापारी का छोटा पर्स लावारिस मिला, पर्स में चाबियां और एक स्लिप थी, जिसमें लिखे मोबाइल नंबर में बातचीत करते हुए ऑटो चालक ने व्यापारी के पास तक पहुंचाया।
इधर एक घंटे तक पुलिस के नहीं पहुंचने पर व्यापारी अपने दोस्तों और ऑटो चालक को लेकर ओमती थाने पहुंचे, लेकिन वहां उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। करीब 6 घंटे बाद रात 9 बजे छानबीन के बाद पुलिस ने चोरी का प्रकरण दर्ज किया। पीड़ित दवा व्यापारी जान्हवी ट्रेडिंग कंपनी के संचालक अनिल लालवानी ने बताया कि रविवार की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वे दुकान से निकलकर अपनी कार में पहुंचे, उनके बैग में दस्तावेजों के साथ पौने दो लाख रुपए रखे हुए थे। जिसे उन्होंने कार के अंदर जैसे ही रखा, उनके एक मित्र ने उन्हें आवाज लगाई, जिसके साथ वे सामने की दुकान में गए और महज तीन-चार मिनट बाद जब वे लौटे तो कार से बैग गायब था। अनिल के साथ सभी व्यापारी दौड़कर आस-पास चैक करने लगे, लेकिन उन्हें कोई नजर नहीं आया। जिसके बाद ओमती थाने में सूचना दी गई।
बैग लेकर भागते नजर आया युवक
दवा मार्केट के पास स्टील वर्ल्ड दुकान में एक कैमरा लगा था, जिसके फुटेज चैक किए गए तो एक युवक कार से बैग निकालकर बस स्टैंड की तरफ भागता दिखा। लेकिन कैमरे की दिशा विपरीत होने के कारण आरोपी का चेहरा साफ नहीं दिख पाया।
पुलिस का बड़ा कैमरा बंद मिला
करीब एक घंटे बाद थाने पहुंचने पर अनिल के साथ ओमती थाने का स्टाफ उन्हें पुलिस कंट्रोल रूम ले गए, जहां से चैक करने पर पता चला कि बस स्टैंड पर लगा पुलिस का बड़ा घूमने वाला कैमरा बंद है। हालांकि पुलिस ने आस-पास के अन्य कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।
आरोपियों जैसा व्यवहार करती रही पुलिस
अनिल लालवानी के साथ थाने पहुंचे व्यापारियों का कहना है कि घटना के बाद जब वे लोग थाने पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जांच करने की बजाय उन्हीं लोगों से आरोपियों की तरह सवाल-जवाब शुरू कर दिए। टीआई को पूछने पर स्टाफ लगातार कहता रहा कि साहब गश्त पर हैं और जब वे आएंगे तब एफआईआर दर्ज होगी। रात करीब 9 बजे थाना प्रभारी नीरज वर्मा पहुंचे और फिर उनकी शिकायत पर धारा 379 का अपराध दर्ज किया गया।
इनका कहना है
जांच के चलते एफआईआर दर्ज करने में समय लगा। पुलिस की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। प्रकरण दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है।
नीरज कुमार वर्मा, थाना प्रभारी ओमती
Created On :   30 July 2018 7:53 AM GMT