बैंड और ढोल नगाड़ों की आवाज के साथ दवा छिड़काव कर टिड्डी दल को भगाया

Locusts drove the locust by spraying medicine with the sound of band and drum drums
बैंड और ढोल नगाड़ों की आवाज के साथ दवा छिड़काव कर टिड्डी दल को भगाया
बैंड और ढोल नगाड़ों की आवाज के साथ दवा छिड़काव कर टिड्डी दल को भगाया

डिजिटल डेस्क अनूपपुर । पड़ोसी जिले डिंडौरी में टिड्डी दल के पहुंचने की सूचना के साथ ही अनूपपुर में अमला मुस्तैद हो गया था। मंगलवार को टिड्डी दल का मूवमेंट अनूपपुर जिले में होते ही प्रशासन, पुलिस, कृषि एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त दल ने सायरन, बैंड और ढोल की तेज आवाज एवं फायर ब्रिगेड के माध्यम से कीटनाशक का छिड़काव कर टिड्डी दल को सीमा से बाहर भगा दिया है।
 टिड्डियों का यह दल मंगलवार को ग्राम इटौर की सीमा में देखा गया था, बुधवार को यह हर्री, अमदरी, तरंग होता हुआ पयारी पहुंच गया। यहां पर पहले तैनात टीम एवं स्थानीय जनों के प्रयास से इसे दोपहर में ही जिले के बाहर कर दिया गया है। उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि टिड्डी दल में बिखराव हो गया है और वह छोटे-छोटे समूहों में बंटकर शहडोल व डिंडोरी जिले की सीमा की तरफ भाग गया है। हालांकि संभावित वापसी को दृष्टिगत रखते हुए अब भी पूरी मुस्तैदी बनाकर रखी गई है।
नजर बनाए है प्रशासन की टीम
टिड्डी दल के आक्रमण व उनकी वापसी की संभावनाओं को देखते हुए जिले की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। टिड्डियों की हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। सीमावर्ती ग्रामीणों को भी जानकारी दी गई है। उप संचालक कृषि ने बताया कि भौगोलिक स्थिति के कारण टिड्डी दल छोट-छोटे समूहों में बांट गया है। जंगल होने की वजह से अभी उनकी स्थिति पता नहीं चल पा रहा है। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और नजर बनाए हुए है।

 

Created On :   18 Jun 2020 3:28 PM IST

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