पुलिस के डर से कुएं में कूदा व्यक्ति, मौत, पड़ोसियों से हुई थी मारपीट

Man jumped into the well and died after dispute with neighbors
पुलिस के डर से कुएं में कूदा व्यक्ति, मौत, पड़ोसियों से हुई थी मारपीट
पुलिस के डर से कुएं में कूदा व्यक्ति, मौत, पड़ोसियों से हुई थी मारपीट

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। कोतवाली थाना अंतर्गत बड़ी कुम्हारी में हुई संतलाल की संदिग्ध मौत के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का महौल है। मृतक के 14 वर्षीय बेटे की माने, तो पड़ोस में रहने वाले उसके चाचा, चाची व अन्य ने मामूली विवाद के चलते उसके पिता संतलाल की जान ले ली। बेटे ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि पहले पिता को सभी ने लाठियों से पीटा और फिर रसूख के दम पर पुलिस को बुला लिया। पुलिस को आता देख मृतक(पिता) कुआं में कूद गये, उन्हें कुआं से निकालकर उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मृतक संतलाल रनगिरे की अंतिम यात्रा पुलिस की मौजूदगी में निकाली गई है। मृतक परिजन मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ी कुम्हारी में संतलाल रनगिरे की मौत के बाद तनाव पैदा हो गया, जिसको देखते हुए कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में मृतक संतलाल रनगिरे की अंतिम यात्रा घर से निकाली गई। संतलाल की मौत को लेकर परिजनों का कहना है कि पड़ोसी रिश्तेदार चाचा और उनके घरवालों द्वारा की गई मारपीट से संतलाल की मौत हुई है। जिसके खिलाफ पुलिस कार्यवाही करें। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया है, जिसमें जो भी दोषी पाया जायेगा, उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।

यह था विवाद का कारण-
आंगन में मवेशियों का मूत्र और पानी आने को लेकर विवाद में गई संतलाल की जान बताया जाता है कि संतलाल पिता नरबद रनगिरे का मकान और उसके चाचा झनकलाल रनगिरे का मकान लगा है, झनकलाल रनगिरे के यहां आंगन में बंधे मवेशियों का मूत्र और मवेशियों को धोने के बाद पानी संतलाल के आंगन में आता था। विगत 19 मई को संतलाल शराब के नशे में घर पहुंचा और पड़ोसी चाचा के मवेशियों का गंदा पानी घर के आंगन से गुजरने पर नाराजगी जाहिर की, जो देखते ही देखते विवाद में बदल गई।

संतलाल के 14 वर्षीय पुत्र अंकेश रनगिरे की मानें, तो इस दौरान पिता के पड़ोस के रिश्तेदार झनकलाल, उनकी पत्नी पार्वताबाई, रमेश रनगिरे, साहेबलाल रनगिरे और पत्नी चंपाबाई ने पिता के साथ उभारी और लाठी से मारपीट की और उसके बाद स्वयं ही डायल 100 को बुला लिया। जिसके बाद पिताजी घबराकर कुआं की ओर भागे और वहां कूद गये।

पुलिस के साये में हुआ अंतिम संस्कार-
जिस वक्त डायल 100 से पुलिसकर्मी संतलाल के घर पहुंचे थे, उसी दौरान संतलाल भागकर घर के कुंये में कूद गया। जिसे किसी तरह बाहर निकालकर उपचारार्थ जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। संतलाल की मौत के बाद परिजनो और गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए सुबह से ही पुलिस गंभीर दिखाई दे रही थी और जैसे ही जिला चिकित्सालय से शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा, परिजन कार्यवाही की मांग को लेकर अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़ गये। जिसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी महेन्द्रसिंह ठाकुर गांव पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर उन्हें निष्पक्ष कार्यवाही का भरोसा दिलाते हुए मृतक संतलाल की पत्नी के बयान दर्ज किये। जिसके बाद परिजन मृतक संतलाल का अंतिम संस्कार करने पर राजी होने पर अंतिम संस्कार तक पुलिस वहां मौजूद रही।

इनका कहना है
संतलाल की मौत को लेकर परिजन नाराज थे और कार्यवाही की मांग कर रहे थे। इस मामले में परिजनों को निष्पक्ष कार्यवाही का भरोसा दिलाकर मृतक की पत्नी के बयान दर्ज कर लिये गये है। मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। पीएम रिपोर्ट और जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि मौत की वास्तविक वजह क्या थी।
महेन्द्रसिंह ठाकुर, थाना प्रभारी, कोतवाली थाना

Created On :   20 May 2019 1:14 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story