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झूठा मामला बनाने के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने घेरा कार्यालय
डिजिटल डेस्क अनूपपुर । मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के द्वारा वनमंडलाधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए वन अमले पर जबरन किसानों से वनाधिकार पट्टा दिलाए जाने के एवज में अवैध वसूली करने तथा इसका विरोध करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध रंजिशन वन अपराध दर्ज करते हुए फंसाए जाने के आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच करते हुए दोषी अधिकारियों कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए कई घंटों तक कार्यालय का घेराव किया गया। जिसके बाद मामले की सूचना मिलने पर पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला।
माकपा के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी ने आरोपित कर बताया कि वन परिक्षेत्र अनूपपुर में पदस्थ बीट गार्ड राजबली साकेत के द्वारा ग्राम बेला में वन भूमि पर पुस्तैनी रूप से काबिज काश्तकारों को वनाधिकार अधिनियम के तहत पट्टा दिलवाये जाने का साझा देते हुए सैकडों ग्रामीणों से 2 हजार रुपए से ज्यादा अवैध रूप से वसूली की जा रही थी जिसकी शिकायत मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव रजन कुमार राठौर के द्वारा मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई थी। जिस पर रंजिशन बीटगार्ड राजबली साकेत, डिप्टी रेंजर अशोक निगम तथा तत्कालीन रेंजर स्वाती पाठक के द्वारा मनगढन्त पंचनामा व वन अपराध दर्ज करते हुए ट्रेक्टर को जब्त करते हुए राजसात किए जाने की कार्यवाही की जा रही है। जबकि विभाग द्वारा वन अपराध में जिस वन भूमि पीएफ 354 से अवैध रेत निकासी का प्रकरण दर्ज किया गया है। उक्त स्थल पर ट्रेक्टर का पहुंच पाना मुमकिन नहीं है।
कार्यवाही न होने पर फूटा आक्रोश
मामले की शिकायत पूर्व में 17 अप्रैल को वनमंडलाधिकारी कार्यालय में ग्रामीणों के द्वारा की गई थी जिस पर जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों की जांच कराते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की गई थी लेकिन विभाग द्वारा विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों के विरूद्ध कोई भी कार्यवाही नहीं किए जाने से आहत ग्रामीणों के द्वारा घेराव करते हुए अपना विरोध जताया गया।
आश्वासन के बाद लौटे ग्रामीण
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले वनमंडलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर रहे ग्रामीणों के द्वारा लगभग 1 घंटे तक नारे बाजी करते हुए कार्यावाही की मांग विभागीय अधिकारियों से की जा रही थी जिसके बाद प्रभारी वनमंडलाधिकारी श्रीकांत शर्मा के द्वारा ग्रामीणों से चर्चा करते हुए जल्द से जल्द जांच पूरी कर कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और वह अपने घरों की ओर रवाना हुए। मौके पर काफी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों व ग्रामीणों द्वारा कार्यालय का घेराव किए जाने की सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी व्हीव्ही टांडिया, एसडीओपी उमेश गर्ग, तहसीलदार ईश्वर प्रधान तथा काफी संख्या में पुलिस तथा वन अमला स्थिति को संभालने के लिए मौजूद रहा।
Created On :   9 May 2018 8:16 AM GMT