लंबाई नापने दीवार पर बनाया चिन्ह दूसरे आंगनबाड़ी केंद्र से मशीन लाकर कर रहे वजन

measure the length is weighing by bringing a machine from another Anganwadi center
लंबाई नापने दीवार पर बनाया चिन्ह दूसरे आंगनबाड़ी केंद्र से मशीन लाकर कर रहे वजन
शहडोल लंबाई नापने दीवार पर बनाया चिन्ह दूसरे आंगनबाड़ी केंद्र से मशीन लाकर कर रहे वजन

डिजिटल डेस्क,शहडोल । जिले में इस समय सघन पोषण (वजन) पखवाड़ा चल रहा है। इसके अंतर्गत शून्य से छह साल तक के बच्चों का वजन लिया जा रहा है और लंबाई नापी जा रही है। ताकि कुपोषित बच्चों की पहचान की जा सके। लेकिन अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का वजन लेने वाली मशीन और लंबाई नापने वाले स्टेडियोमीटर व इन्फैटोमीटर खराब पड़े हैं। यहां जुगाड़ के भरोसे बच्चों की लंबाई और वजन की नाप की जा रही है। 
   बच्चों और गर्भवती माताओं की लंबाई नापने के लिए कुछ केंद्रों में जहां दीवार पर निशान बनाए गए हैं। वहीं कुछ केंद्रों में लकड़ी के बड़े स्केल की मदद से लंबाई नापी जा रही है। इसी तरह वजन नापने के लिए आसपास के जिन आंगनबाड़ी केंद्रों की मशीन सही है, उसकी मदद ली जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के ४३३ आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की वेट मशीन खराब है। इसी तरह १५९६ केंद्रों में गर्भवती माताओं का वजन लेने वाली मशीन खराब है। १५७६ केंद्रों में स्टेडियोमीटर और १६८ आंगनबाड़ी केंद्रों में इन्फंैटोमीटर खराब पड़े हैं। विभाग की तरफ से इनकी डिमांड शासन को भेजी गई है।
कार्यकर्ताओं ने खुद खरीदी मशीन 
मशीन खराब होने के कारण मजबूरी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को खुद के पैसों से इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन और लंबाई नापने वाला मीटर स्केल खरीदना पड़ा है। जिले में लगभग डेढ़ सौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने खुद से मशीन खरीदी है। जानकारी के अनुसार एक वेट मशीन करीब ६०० रुपए की पड़ी है। जबकि मीटर २५०-२५० रुपए में खरीदे गए हैं। बताया जाता है कि सोहागपुर परियोजना में अधिकांश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने खुद से ही इलेक्ट्रॉनिक वेट मशीन और मीटर स्केल की खरीदी की है। वहीं अन्य परियोजनाओं में जिन केंद्रों में मशीन सही है, वहां से आसपास के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच कराई जा रही है।
५४ हजार बच्चों का लिया वजन  
सघन पोषण (वजन) पखवाड़ा १५ फरवरी से शुरू हुआ है और २८ फरवरी तक चलना है। जिले में ० से छह वर्ष तक के कुल १ लाख २७ हजार ६२६ बच्चे दर्ज हैं। इनमें से १ लाख २७ हजार ८ बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों से कवर्ड हैं, जबकि ६१८ बच्चे आंगनबाड़ी से कवर्ड नहीं हैं। १९ फरवरी की स्थिति में जिलेभर में ५४ हजार ८०३ बच्चों को वजन किया जा चुका है। २३ फरवरी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों का वजन करेंगी और ऊंचाई नापेंगी। जिले में कुल १५९९ आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें से १८४ मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं। मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में सिर्फ आंगबाड़ी कार्यकर्ता कार्य करती हैं, सहायिका नहीं।
परियोजनावार खराब मशीनों की जानकारी  
ब्लॉक    झूला वेट     एडल्ट वेट     ऊंचाई नापने    बच्चों का            
    मशीन    मशीन    स्टीडियोमीटर       इन्फैंटोमीटर
ब्यौहारी    ९३    २६४    २४६        ३३
बुढ़ार    ५३    ४२१    ४२१        २५
जयसिंहनगर ८६    ३६४    ३६४        ३४
गोहपारू    २६    १७९    १७९        १९
शहडोल    ४४    ७६    ७६        १४
सोहागपुर    १३१    २९२    २९०        ४३
कुल    ४३३    १५९६    १५७६        १६८
इनका कहना है
सघन पोषण पखवाड़ा अंतर्गत नियमित रूप से बच्चों के वजन और ऊंचाई की जांच की जा रही है। कई आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ताओं ने स्वयं मशीनें खरीदी हैं। जबकि जहां मशीनें खराब हैं, वहां अन्य केंद्रों से मशीनें लेकर जांच कराई जा रही है। वेट मशीन, स्टेडियोमीटर और इन्फैंटोमीटर की डिमांड केंद्र वाइज भेजी जा चुकी है। 
 

Created On :   22 Feb 2022 3:28 PM IST

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