- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- मंडे पॉजिटिव- कहीं मजदूर तो कहीं...
Shahdol News: मंडे पॉजिटिव- कहीं मजदूर तो कहीं पेंटर के बच्चों को मिला पढ़ाई का बेहतर माहौल

- जरूरतमंद बच्चों के लिए लाभदायक साबित हुआ आरटीई, 15 साल में 19 हजार 130 बच्चों का प्रवेश
- आरटीई योजना से बिटिया की पढ़ाई बेहतर ढंग से हुई।
Shahdol News: शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) जिले में हजारों बच्चों के लिए फायदेमंद साबित हुआ। चार अगस्त 2009 में संसद से एक्ट पास होने के बाद 2011 से अब तक 15 साल में जिलेभर में अलग-अलग विद्यालयों में 19 हजार 130 बच्चों को लाभ मिला। इनमें कहीं मजदूर की बेटी तो कहीं पेंटर व कई गांव में आर्थिक रूप से कमजोर तबके को बेहतर माहौल में पढ़ाई का अवसर मिला।
अमराडंडी में मजदूरी कर जीविकोपार्जन चलाने वाले कमलेश रौतेल की बेटी सांची रौतेल का प्रवेश वर्ष 2018-19 में कक्षा पहली में हुआ। यहां एक साल की पढ़ाई में बिटिया ने 85.78 प्रतिशत अंक अर्जित किया तो परिवार के लोग भी उत्साहित रहे।
- जयसिंहनगर के वार्ड क्रमांक 13 में मानवी राव का प्रवेश वर्ष 2019-20 में कक्षा दूसरी में हुआ। पिता रमेश राव का कहना है कि खेती-किसानी से घर किसी तरह चलता है। ऐसे में इंग्लिश मीडियम स्कूल में बेटी का प्रवेश मिला तो यह आरटीई से ही संभव हो पाया। बिटिया को स्कूल में पढ़ाई के साथ ही संगीत और नृत्य का भी अच्छा प्रशिक्षण मिला।
- ग्राम खन्नौधी के निजी स्कूल में पांच साल पहले कक्षा पांचवी में शिवानी गौतम में 86 प्रतिशत अंक प्राप्त किया तो पिता रामनारायण गौतम के खुशी का जैसे ठिकाना नहीं रहा। रामनारायण ने बताया कि बेटी को पास के ही निजी स्कूल में पढ़ाने का सपना था जो कि आरटीई से पूरा हो सका।
- ग्राम बरकोड़ा में पेंटर का काम करने वाले मोहन सिंह की बिटिया स्मृति सिंह ने 2018-19 में कक्षा चौथी में 80 प्रतिशत अंक अर्जित कर परीक्षा उतीर्ण की। मोहन ने बताया कि इसके आगे भी बिटिया की पढ़ाई अच्छे से चली। आरटीई योजना से बिटिया की पढ़ाई बेहतर ढंग से हुई।
Created On :   16 Jun 2025 5:47 PM IST