Shahdol News: नई लाइन का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में, महानगरों से कनेक्टिविटी पर भी ध्यान नहीं

नई लाइन का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में, महानगरों से कनेक्टिविटी पर भी ध्यान नहीं
  • रेल सुविधाओं में उपेक्षित शहडोल
  • रेल से सफर में कहीं जाना हुआ तो यात्रा की शुरूआत ही कष्टदाई होती है।
  • शहडोल की समस्याओं को लेकर मांग रखते हैं तो एसईसीआर के अधिकारी तकनीकी कारण बताकर टाल देते हैं।

Shahdol News: शहडोल से डिंडोरी होते हुए मंडला (नैनपुर) और शहडोल से जयसिंहनगर होते हुए रीवा तक नई रेलवे लाइन। शहडोल से मुंबई और दक्षिण भारत के बड़े के बीच सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी की सुविधा। शहडोल रेलवे स्टेशन में वाशिंग पिट का निर्माण। ट्रेन क्रमांक 18236 भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस का उसलापुर से इतवारी (नागपुर) तक विस्तार। ये मांग शहडोल संभाग के नागरिक लंबे अरसे से कर रहे हैं।

इन मांगों को लेकर रेलवे का रवैया उदासीन है तो जनप्रतिनिधि भी जल्द पूरा करने की दिशा में गंभीर नहीं हैं। रेल सुविधाओं के मामले में शहडोल की उपेक्षा का मुद्दा अब और तेजी से उठने लगा है। कुछ दिन पहले रीवा से पुणे व दूसरे शहरों से बड़े महानगरों के बीच रेल सुविधाओं की घोषणा रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने की तो इसमें मध्यप्रदेश के प्रमुख संभाग मुख्यालय शहडोल को कुछ भी नहीं मिला।

इसका खामियाजा भी यहां के रहवासियों को भुगतना पड़ रहा है। रेल से सफर में कहीं जाना हुआ तो यात्रा की शुरूआत ही कष्टदाई होती है। मध्यप्रदेश का संभाग मुख्यालय शहडोल रेलवे के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) के अधीन है, जिसका मुख्यालय बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में है। सुविधाओं की अनदेखी के मामले में एक कारण इसे भी माना जा रहा है। जानकार बताते हैं कि एसईसीआर के अधिकारियों का ज्यादा बिलासपुर, रायपुर व दुर्ग तक केन्द्रित हो जाने के कारण मध्यप्रदेश के शहडोल में छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।

ऐसे समझें उपेक्षा

शहडोल की समस्याओं को लेकर मांग रखते हैं तो एसईसीआर के अधिकारी तकनीकी कारण बताकर टाल देते हैं। 26 मई को बिलासपुर की बैठक में मुंबई के लिए ट्रेन, भोपाल-बिलासपुर को इतवारी तक बढ़ाने सहित अन्य मांग रखी तो अधिकारियों ने तकनीकी कारण बताकर पूरा करने से इंकार कर दिया।

दूसरी ओर अन्य शहरों से रेल सुविधा में ऐसी समस्या होने के बाद भी रास्ता निकाला जाता है। शहडोल के मामले में एसईसीआर का रवैया उपेक्षापूर्ण ही रहता है।

राजेंद्र सोनी सदस्य जेडआरयूसीसी

बिलासपुर की बैठक में मांग रखने पर अधिकारी नए-नए बहाने बनाकर मामले को टालते हैं। शहडोल रेलवे स्टेशन में सबसे पहले वाशिंग पिट बनाया जाए ताकि नई ट्रेन चलाने में अधिकारी यह नहीं कह सकें कि यहां ट्रेनों की सफाई की सुविधा नहीं है। यह मांग पूर्व में कई बार रखी जा चुकी है पर एसईसीआर के अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। कुछ दिन बाद एक बैठक बिलासपुर में हैं तो फिर से मांग रखेंगे।

सुनील श्रीवास्तव सदस्य डीआरयूसीसी

सांसद की रेलमंत्री से मुलाकात

सारनाथ की चंदिया और नर्मदा की वेंकटनगर में स्टॉपेज की मांग

शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया में रेलमंत्री से मुलाकात की जानकारी पोस्ट की। इसमें उन्होंने बताया कि रेलमंत्री से मुलाकात में चंदिया में सारनाथ एक्सप्रेस और वेंकटनगर में नर्मदा एक्सप्रेस का स्टॉपेज दिए जाने के साथ ही अन्य स्टेशनों यात्री गाडिय़ों के ठहराव की बात कही। पोस्ट में बताया कि रेलमंत्री ने महानगरों से कनेक्टिविटी का आश्वासन दिया है। खासबात यह है कि इस पोस्ट में यह नहीं बताया गया कि महानगरों से कैसी कनेक्टिविटी मिलेगी।

मोदी सरकार के 11 वर्ष, मीडिया से चर्चा में मंत्री जायसवाल ने कहा-

कनेक्टिविटी की समस्या करेंगे दूर

रेलवे के मामले में समस्या है। इसे ठीक कैसे करना है, इस दिशा में काम करेंगे। बिलासपुर और जबलपुर डिवीजन भी फैक्टर है। मोदी सरकार के 11 वर्ष के कार्यकाल पर मीडिया से चर्चा में राज्यमंत्री मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल ने यह बात कही। शहडोल में कनेक्टिविटी की समस्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि एनएच-43 सडक़ निर्माण में लेटलतीफी की बात बीते दिनों इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में सीएम के सामने भी रखी थी।

अब ठेकेदार ही ऐसा निकल गया तो क्या किया जाए। फिर भी आगे हमारी कोशिश होगी कि शहडोल में कनेक्टिविटी की समस्या चाहे सडक़ हो, रेल हो या हवाई सेवाएं। सभी मामलों में दूर की जाएगी। इसके लिए चर्चा कर रास्ता निकालेंगे। मीडिया से चर्चा में मंत्री जायसवाल ने मोदी सरकार के 11 साल की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकसित भारत के अमृत काल में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के विकास की नई यात्रा तय की है।

मोदी सरकार की हर योजना के केंद्र में जनकल्याण और आम नागरिकों के जीवन को आसान करने के साथ-साथ देश को वैश्विक स्तर पर नए आयाम देने की भी दृढ़ इच्छा शक्ति कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री देश को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। इसमें युवा, महिला, किसान और सभी की बराबर की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए जनकल्याण के हजारों हजार कार्य कर रहे हैं।

मीडिया से चर्चा के दौरान विधायक जयसिंहनगर मनीषा सिंह, विधायक जैतपुर जयसिंह मरावी, भाजपा जिलाध्यक्ष अमिता चपरा, उपाध्यक्ष भूपेंद्र मिश्रा, कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

Created On :   13 Jun 2025 1:55 PM IST

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