Shahdol News: ब्यौहारी में 200 करोड़ रूपए के जमीन घोटाले के आरोप में दस्तखत पर विवाद

ब्यौहारी में 200 करोड़ रूपए के जमीन घोटाले के आरोप में दस्तखत पर विवाद
  • तहसीलदार अमित मिश्रा ने कहा- आदेश में भुवनेश्वर के हस्ताक्षर
  • भुवनेश्वर सिंह बोले- किसी ने धोखे से करवाया होगा, प्रकरण तो अमित मिश्रा के रहते तैयार हुआ
  • इस पूरे मामले की जांच कलेक्टर डॉ. केदार सिंह की निगरानी में चल रही है।

Shahdol News: ब्यौहारी के खड़हुली ग्राम पंचायत में गैरहकदार शब्द विलोपित कर सरकारी जमीन रजिस्ट्री करवाकर दो सौ करोड़ रूपए के जमीन घोटाले के आरोपों के बीच तहसीलदार के आदेश में हस्ताक्षर को लेकर विवाद गहरा गया है। इस पूरे मामले को लेकर रीवा कांग्रेस के जिला कार्यकारी अध्यक्ष कुंवर सिंह पटेल द्वारा महानिदेशक मध्यप्रदेश पुलिस ने नाम लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि पटवारी राजेंद्र द्विवेदी व प्रदीप तिवारी, तहसीलदार अमित मिश्रा, एसडीएम ब्यौहारी व कलेक्टर वंदना वैद्य के कार्यकाल में गड़बड़ी हुई।

इससे शासन को दो सौ करोड़ रूपए की आर्थिक क्षति पहुंची। इन आरोपों पर तहसीलदार अमित मिश्रा का कहना है कि ब्यौहारी तहसील से 3 अगस्त 2023 को जारी आरसीएमएस क्रमांक 0017/अ -74/2023-24 में उनका हस्ताक्षर नहीं है। वे उस समय सिंगरौली में थे और आदेश पर हस्ताक्षर भुवनेश्वर सिंह का है। वहीं तहसीलदार भुवनेश्वर सिंह का कहना है कि पूरा प्रकरण तो तहसीलदार अमित मिश्रा के रहते ही तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर को लेकर कुछ भी ज्ञात नहीं है। किसी बाबू ने किसी के कहने पर धोखे से दस्तखत करवाया होगा। तहसीलदार भुवनेश्वर सिंह अब सेवानिवृत्त हो गए हैं।

हो रही है प्लाटिंग

शहडोल से रीवा रोड पर स्थित जिन जमीनों से गैरहकदार विलोपित कर रजिस्ट्री करवाई गई है, वहां आसपास के ग्रामीणों ने प्लाटिंग होने की बात कही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस स्थान पर ब्यौहारी-कटनी मार्ग का निर्माण का प्रस्तावित है।

आदेश में चार खसरा से गैरहकदार विलोपित करने का जिक्र

आरसीएमएस आदेश क्रमांक 17 में पार्वती पति रामस्वरूप सोनी के आवेदन पर चार खसरा नंबर से गैर हकदार विलोपित करने का उल्लेख है। इसमें ग्राम खड़हुली स्थित आराजी खसरा नंबर 52 रकबा 0.085 हेक्टेयर, 54 रकबा 0.251 हे., 113/1 रकबा 0.405 हे., 117 रकबा 0.364 हे., 703/3/1 रकबा 0.061 हेक्टेयर भूमि शामिल हैं। इनके खसरा के कालम तीन में लेख गैरहकदार शब्द विलोपित करने की अनुशंसा की गई।

कलेक्टर की निगरानी में चल रही जांच

इस पूरे मामले की जांच कलेक्टर डॉ. केदार सिंह की निगरानी में चल रही है। कलेक्टर ने बुधवार को दैनिक भास्कर को बताया कि जांच पूरी होने में तीन दिन का समय और लगेगा। इधर कलेक्टर की निगरानी में चल रही जांच को लेकर ब्यौहारी राजस्व विभाग में हडक़ंप है।

Created On :   11 Sept 2025 1:27 PM IST

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