Shahdol News: भास्कर मंडे पॉजिटिव- जनता बता रही पुलिस का व्यवहार कैसा

भास्कर मंडे पॉजिटिव- जनता बता रही पुलिस का व्यवहार कैसा
  • प्रत्येक एफआईआर पर एसपी की नजर, फरियादियों से बात कर लेते हैं फीडबैक
  • कमियां सामने आने पर किया दंडित- उक्त नवाचार ने कई पुलिस कर्मियों की कमियां भी उजागर हुईं

Shahdol News: ऐसा बहुत कम होता है जब कोई विभाग प्रमुख जनता से फीडबैक लेकर विभागीय कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने का प्रयास करें। जिले का पुलिस विभाग इन दिनों इसी तर्ज पर कार्यप्रणाली में सुधार करने की ओर अग्रसर है। जिले में पदस्थ होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव द्वारा चार ऐसे नवाचार प्रारंभ किए गए, जो सीधे न केवल जनता से जुड़ा हुआ है।

बल्कि विभागीय कार्यप्रणाली में दूरगामी सुधार लाने वाला साबित हो सकता है। इसके सार्थक परिणाम सामने आने भी लगे हैं। एसपी बताते हैं कि यह प्रयास पुलिसिंग को और गतिशील बनाना है ताकि आम जनता के प्रति पुलिस को लेकर भ्रांतियां दूर की जा सकें।

कमियां सामने आने पर किया दंडित- उक्त नवाचार ने कई पुलिस कर्मियों की कमियां भी उजागर हुईं, वहीं कई ऐसे मुद्दे सामने आए जिनमें सुधार की गुंजाइश सामने आई। जनता के साथ बेहतर व्यवहार नहीं करने, ड्यूटी में कोताही बरतने सहित अन्य कमियां सामने आने पर अब तक 14 से अधिक एएसआई व प्रधान आरक्षक स्तर के पुलिस कर्मियों पर एसपी द्वारा निंदा प्रस्ताव, अर्थदण्ड जैसी कार्रवाई की जा चुकी है। साथ ही दो लोगों का एंक्रीमेंट रोका गया है। दर्जनों को चेतावनी दी गई है कि सुधार नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई होगी।

जनता के लिए चार नवाचार

>> कार्यालय आने पर किसी कारण से पुलिस अधीक्षक से मुलाकात न हो पाने के कारण एसपी द्वारा आगंतुक को खुद फोन लगाकर समस्या पूछी जाती है। यह व्यवस्था 1 नवंबर 2024 से शुरु है, एसपी द्वारा अब तक ऐसे 157 फरियादियों से चर्चा की जा चुकी है, जिनसे वे सीधे मुलाकात नहीं कर सके।

>> 1 दिसंबर 2024 से अब तक प्रत्येक ग्राम व शहरी क्षेत्रों के लिए 650 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जिसमें एसपी का भी मोबाइल नंबर मौजूद है, ग्रुप का कोई भी सदस्य सीधे एसपी को मैसेज करता है।

>> 1 जनवरी 2025 से थानों में एफआईआर दर्ज कराने वाले प्रत्येक व्यक्ति से दस बिन्दुओं पर फीडबैक लिया जाता है, जिसमें यह पूछा जाता है कि एफआईआर कराने में कोई परेशानी तो नहीं हुई, इसके लिए कितनी बार थाने आना पड़ा, कितना समय लगा, थाने में अनुचित मांग तो नहीं कही गई, 24 घंटे में पुलिस पहुंची या नहीं आदि। अभी तक उक्त 10 बिंदुओं में 1161 से अधिक लोगों से फीडबैक लिया जा चुका है।

>> 1 जून 2025 से प्रत्येक थाना व चौकी पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं ताकि थाना आने वाला कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या, फीडबैक पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा सके। अब 57 लोग इसमें फीडबैक दर्ज करा चुके हैं। इसकी खासियत है कि सूचना सीधे एसपी तक पहुंचती है, जो तुरंत एक्शन लेते हैं।

लोगों ने बताया, नई पहल अच्छी

जिला मनेंद्रगढ़ छग निवासी आरती यादव ने बताया अपने पति निवासी पतखई जिला शहडोल से अलगाव के बाद भरण पोषण का मामला चल रहा है। वारंट तामीली नहीं हो रही थी। एसपी आफिस में रजिस्टर में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। सीधी थानांतर्गत बुधसार निवासी रंजीत पटेल ने बताया रिपोर्ट के बाद एफआईआर की कापी नहीं मिल रही थी, एसपी के फोन के बाद मिल गई।

न्यू बरौंधा ब्यौहारी के धर्मेद्र सिंह, कोतवाली क्षेत्र के पुरानी बस्ती निवासी फरहान अंसारी ने बताया कि एसपी ने उनसे फोन कर समस्या जानी। इसी प्रकार वाट्सऐप गु्रप में सीधी निवासी एक युवक ने अपनी 40 वर्षीय बहन के अपहरण व बेच देने की शिकायत थाने में की, लेकिन कार्रवाई न होने पर ग्रुप में शिकायत डाली।

एसपी ने देखा और थाने में एफआईआर दर्ज कराई, टीम भेजकर उसकी बहन को राजस्थान से दस्तयाब कराया, आरोपी गिरफ्तार हुए। वहीं एक यात्री ने ग्रुप में डाला कि अमरकंटक से आ रही बस का चालक नशे में है तथा अभद्रता कर रहा है। जिसे पुलिस ने शहडोल में पकड़ा व कार्रवाई की।

Created On :   16 Jun 2025 5:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story