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Shahdol News: नेशनल हाइवे-43 पर चींटी चाल निर्माण पर एमपीआरडीसी सख्त

- मशीन बढ़ाने दी हिदायत, 30 जून तक पूरा होना था काम, चार आरओबी का निर्माण शेष, अब अक्टूबर तक का दिया समय
- शहडोल से उमरिया के बीच 73 किलोमीटर हाइवे का निर्माण 9 साल से चल रहा है।
- ठेकेदार को टर्मिनेट करवाने चलाएंगे अभियान: खोडिय़ार
Shahdol News: नेशनल हाइवे-43 पर शहडोल से उमरिया के बीच 9 साल से निर्माणाधीन 73 किलोमीटर सडक़ निर्माण की चींटी चाल पर शुक्रवार को एमपीआरडीसी (मध्यप्रदेश रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन) के जिला प्रबंधक ने ठेकेदार तिरुपति बिल्डकान कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (टीबीसीएल) को पत्र लिखकर गर्डर लांचिग के लिए एक की जगह दो मशीन रखने कहा है। इसमें अब तक काम की धीमी गति पर चिंता भी जताई है।
ठेकेदार से कहा गया है कि घुनघुटी में गर्डर लांचिंग के बाद पाली में लांचिंग के दौरान काम की गति कम हो गई। अभी पठारी और अमहा रेलवे फाटक में काम करना शेष है। ऐसे में ठेकेदार द्वारा गति बढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया जाना चिंता की बात है। एमपीआरडीसी डीएम अवधेश स्वर्णकार ने बताया कि काम की स्पीड बढ़ाने के लिए ठेकेदार को पहले भी कई बार कहा जा चुका है। कार्य पूर्णता की अवधि 30 जून थी, जिसे बढ़ाकर अब 31 अक्टूबर किया गया है।
9 साल से बन रही 73 किलोमीट हाइवे में ठेकेदार को फिर एक्सटेंशन
शहडोल से उमरिया के बीच 73 किलोमीटर हाइवे का निर्माण 9 साल से चल रहा है। काम की गति बेहद धीमी होने के कारण इसका सीधा नुकसान वाहन चालकों को हो रहा है। यह पूरी सडक़ कटनी से राजनगर के बीच थी। इसमें उमरिया से कटनी और शहडोल से दूसरी दिशा में राजनगर तक पहले से बनी सडक़ खराब होने की स्थिति में पहुंच रही है। इधर, शहडोल के उमरिया के बीच सडक़ का निर्माण ही नहीं हुआ।
ठेकेदार को टर्मिनेट करवाने चलाएंगे अभियान: खोडिय़ार
शहर के वरिष्ठ नागरिक व पूर्व में निर्माण से जुड़े लीलाधर खोडिय़ार ने बताया कि शहडोल से उमरिया के बीच ठेकेदार की मनमानी के कारण आए दिन वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दो दिन पहले शहडोल से जबलपुर आया तो कहीं भी काम होता नहीं दिखा। ठेकेदार की मंशा ही नहीं है कि काम को पूरा किया जाए। इसके लिए अब हम ठेकेदार को टमिनेट करने अभियान चलाएंगे।
इसमें एमपीआरडीसी के चीफ इंजीनियर को शहर के वरिष्ठ नागरिक पत्र लिखेंगे और सडक़ नहीं बनने से होने वाली परेशानी से अवगत कराएंगे। कुछ डॉक्टर व सेवानिवृत्त अधिकारियों ने चीफ इंजीनियर राकेश जैन को फोन पर समस्या बताने के साथ ही पत्र लिखना प्रारंभ कर दिया है। यह अभियान ठेकेदार को टर्मिनेट करने तक चलाया जाएगा।
Created On :   14 Jun 2025 4:43 PM IST