नर्सों व कम्पांउडरों के भरोसे चल रहे मेडिकल क्लीनिक

Medical clinics running on the strength of nurses and computers
 नर्सों व कम्पांउडरों के भरोसे चल रहे मेडिकल क्लीनिक
 नर्सों व कम्पांउडरों के भरोसे चल रहे मेडिकल क्लीनिक

असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए क्लीनिकों को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट ने जारी किए नोटिस
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा संचालित किए जाने वाले मेडिकल क्लीनिक में डॉक्टरों की अनुपस्थिति को एक जनहित याचिका के जरिए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। एक मामले में आरोप लगाया गया है कि ये क्लीनिक नर्सों और कंपाउंडरों के भरोसे चल रहे हैं। चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ ने प्रारंभिक सुनवाई के बाद अनावेदकों नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। अगली सुनवाई 20 जुलाई को होगी। जबलपुर के संजीवनी नगर में रहने वाले सत्य प्रकाश यादव की ओर से दायर इस याचिका में कहा गया कि असंगठित वर्ग के मजदूरों के उपचार के लिए पूरे प्रदेश में जगह-जगह पर मेडिकल क्लीनिक खोली तो गईं, लेकिन उनमें डॉक्टरों की नियुक्तियां ही नहीं की गईं। पूरे देश में कोरोना वायरस के प्रकोप में लगातार बढोत्तरी हो रही, फिर भी इन क्लीनिकों में वायरस से बचाव के लिए पीपीई किट, सेनिटाईजर सहित अन्य उपकरण ही नहीं है। इस बारे में आयुक्त जनकल्याण से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर यह याचिका दायर की गई। याचिकाकर्ता की ओर  से अधिवक्ता अतुल चैधरी पैरवी कर रहे हैं।

Created On :   24 Jun 2020 9:00 AM GMT

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