पूर्व मंत्री के बेटे ने नशे में किया हंगामा, नर्सों के साथ अभद्रता, स्टॉफ ने की हड़ताल

Ministers son created ruckus with 10 miscreants in civil hospital
पूर्व मंत्री के बेटे ने नशे में किया हंगामा, नर्सों के साथ अभद्रता, स्टॉफ ने की हड़ताल
पूर्व मंत्री के बेटे ने नशे में किया हंगामा, नर्सों के साथ अभद्रता, स्टॉफ ने की हड़ताल

डिजिटल डेस्क, दमोह। रवि-सोम की रात करीब 12 से 1 बजे के बीच में डिलीवरी वार्ड में तैनात नर्सों के साथ पूर्व मंत्री एवं वर्तमान बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामकृष्ण कुसमरिया के बेटे राजेन्द्र कृष्ण कुसमरिया उर्फ रामू ने करीब 10-15 लोगों के साथ जिला अस्पताल में शराब के नशे में हंगामा कर दिया। प्रसव कक्ष में जहां महिलाएं प्रसव करा रहीं थीं, वहां घुसकर जमकर हंगामा किया। जब इस घटना के विरोध में पुलिस में रिपोर्ट लिखानी चाही गई तो आरोपियों की रिपोर्ट नहीं लिखी गई। इसके विरोध में जिला अस्पताल का पूरा स्टॉफ सोमवार सुबह से हड़ताल पर चला गया।

हड़ताल के बीच ही एक बटियागढ़ से पेट दर्द की बीमारी से पीड़ित 2 साल के बच्चे को लेकर जिला अस्पताल आए मासूम की मौत होने पर और बवाल हो गया। बाद में दोपहर करीब एक बजे के लगभग जब स्टॉफ नर्स की ओर से आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई उसके बाद काम बंद हड़ताल समाप्त हुई।

क्या है मामला
रवि-सोम की दरमियानी रात में जिला अस्पताल में डिलीवरी रूम में पदस्थ ड्यूटी पर तैनात स्टॉफ नर्स बबीता चौबे, संगीता गवले व अमृता द्विवेदी ने बताया कि वह रविवार रात करीब 12 बजे के लगभग प्रसव कक्ष में एक प्रसूता को प्रसव कराने की तैयारी कर रही थीं। इसी समय पटेरा से डिलीवरी के लिए रेफर होकर आई प्रसूता निवासी सकौर का प्रसव होना था। जिसको लेकर वह प्रसव की तैयारी कर रही थीं। यह सब चल ही रहा था कि प्रसूता के परिजन शराब के नशे में पहुंच जिसमें पूर्व मंत्री का पुत्र रामू कुसमरिया व  10-15 लोग शामिल थे।

इन लोगों ने गाली देते हुए स्टॉफ नर्स से अभद्रता कर गालियां दी। यहां तक की उनके साथ मारपीट करने उतारू हो गए। मामला यहीं शांत नहीं हुआ नर्सों ने समझाया कि डिलीवरी में अभी टाइम लगेगा, लेकिन आरोपी प्रसव कक्ष में जा पहुंचे। जहां पर अन्य चार महिलाएं भी डिलीवरी के लिए निर्वस्त्र लेटी हुई थीं। इन आरोपियों को नर्सों ने बाहर किया। सुरक्षा गार्ड ने भी उन्हें बाहर निकाला, लेकिन आरोपियों ने जमकर हंगामा कर गाली-गलौंच की। इसके बाद जैसे ही नर्सों ने पुलिस को फोन लगाया तो आरोपी प्रसूता को जिला अस्पताल से लेकर एक निजी नर्सिंग होम में चले गए।

आरोपियों को नहीं किया गिरफ्तार
अस्पताल के पुरुष कर्मचारी आरोपियों की तलाश के लिए तत्काल ही निजी अस्पतालों में पहुंचे। स्टेशन रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में आरोपी बाहर खड़े दिखाई दिए। जहां पर पता चला कि महिला की डिलीवरी गेट पर ही हो चुकी है। इसकी जानकारी तत्काल ही कोतवाली पुलिस सहित डायल 100 को दी गई। मौके पर डायल -100 की टीम कोतवाली स्टॉफ तथा रात्रिकालीन गश्त प्रभारी हटा SDOP कमल कुमार जैन पहुंचे। इन लोगों ने जिला अस्पताल के स्टॉफ को अस्पताल जाने को कहा तथा FIR के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बात कही।

इस बीच जिला अस्पताल का स्टॉफ वापस अस्पताल पहुंच गया। लेकिन पुलिस ने 15 में से किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की और न ही सोमवार सुबह तक किसी के खिलाफ FIR दर्ज की। जिसको लेकर अस्पताल के कर्मचारियों ने आज सुबह से ही हड़ताल कर अस्पताल के बाहर ही काम बंद कर दिया  

 

Created On :   2 July 2018 11:41 AM GMT

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