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तेंदूपत्ता तोड़ने गए बुजुर्ग पर भालू ने किया हमला, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
डिजिटल डेस्क, बालाघाट। तेंदूपत्ता तोड़ने गांव के समीप जंगल गए वृद्ध पर भालू ने हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गया है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्राम फंडकी निवासी बुधराम (50) सुबह 6 बजे तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गया था। उसके साथ परिवार के लोग भी भी थे। इसी दौरान भालू ने हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से घबराए बुजुर्ग ने शोर मचाया तो आसपास के लोग दौड़े। इसके बाद भालू जंगल की ओर भाग गया।
मादा भालू ने किया हमला-
जानकारी के अनुसर रूपझर थाना के डोरा चौकी अंतर्गत फंडकी निवासी 50 वर्षीय वृद्ध बुधराम पिता कतिया भलावी को रीछ के हमले के बाद घायल होने पर उपचारार्थ एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया गया है। घायल बुधराम भलावी की माने, तो पत्नी, बेटे और बेटी के साथ वह गांव के समीप ही तेंदूपत्ता तोड़ने आज सुबह 6 बजे जंगल गया था। जहां तेंदूपत्ता तोड़ते समय बच्चे के साथ आई मादा रीछ ने उस पर हमला कर दिया। रीछ के हमले से बुधराम के बांये कंधे, कलाई और पैर में चोटों के निशान हैं। जहां से उसे एम्बुलेंस के ईएमटी अनिल राहंगडाले और पायलेट महेन्द्र साहू द्वारा जिला चिकित्सालय लाया गया। जिसका जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। गौरतलब है कि तेंदुपत्ता तोड़ने जंगल जा रहे श्रमिकों के साथ वन्यप्राणी के हमले की घटनायें लगातार बढ़ रही है, जहां विगत दिनों बाघ ने एक श्रमिक पर हमला कर दिया, वहीं आज रीछ के हमले से बुधराम को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल से अनुपस्थित मिले 05 चिकित्सक-
जिला चिकित्सालय बालाघाट की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने एवं गरीब व कमजोर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के लिए कलेक्टर दीपक आर्य सतत प्रयास कर रहे हैं। जिला चिकित्सालय बालाघाट की ओपीडी में चिकित्सकों की नियत समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर आर्य ने डिप्टी कलेक्टर रोहित बम्होरे को नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया है। डिप्टी कलेक्टर श्री बम्होरे द्वारा प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में प्रात: 8 से 9 बजे तक एवं शाम को 5 से 06 बजे के बीच ओपीडी में चिकित्सकों की उपस्थिति देखी जा रही है।
शाम को भी लापता रहे चिकित्सक-
14 मई को शाम 5 से 06 बजे के बीच जिला चिकित्सालय की ओपीडी का निरीक्षण करने पर पाया गया कि डॉ निलय जैन, डॉ अशोक लिल्हारे, डॉ ए. एस. तिड़गाम, डॉ श्रीमती गीता बोकड़े नियत समय पर ओपीडी में उपस्थित नहीं पाए। जबकि डॉ आर के मिश्रा बिना स्वीकृति के अवकाश पर चले गए हैं। 14 मई की शाम को निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मरीज उपचार एवं जांच के लिए चिकित्सकों का इंतजार करते रहे, लेकिन 05 डाक्टर अस्पताल में उपस्थित नहीं थे। जिससे मरीजों को मायूस और परेशान होना पड़ा है।
Created On :   14 May 2019 7:01 PM IST