सट्टेबाजों से बरामद डायरी और मोबाइल ने खोले कई राज, हो सकती है और गिरफ्तारियां

Powerful persons are trying to hide betting case, diary mobile explains many things
सट्टेबाजों से बरामद डायरी और मोबाइल ने खोले कई राज, हो सकती है और गिरफ्तारियां
सट्टेबाजों से बरामद डायरी और मोबाइल ने खोले कई राज, हो सकती है और गिरफ्तारियां

डिजिटल डेस्क, सतना। लम्बे समय से क्रिकेट के सट्टे में लिप्त युवक के कब्जे से बरामद आधा दर्जन मोबाइल व रजिस्टर से लाखों के खेल से जुड़े राज सामने आने लगे हैं। वहीं कार्यवाही से उचेहरा समेत जिले भर के रसूखदारों में हड़कम्प की स्थिति है। तमाम बड़े खिलाड़ी मामले को दबाने में पूरी ताकत लगा चुके हैं। उधर पुलिस ने आरोपी राजीव ताम्रकार पुत्र स्व. रामकृष्ण 25 वर्ष निवासी सतना रोड उचेहरा से लम्बी पूछताछ कर सट्टेबाजी के खेल में उसके सहयोगियों से जुड़ी जानकारी जुटाई तो रजिस्टर में लिखे कोडवर्ड को डिकोड कराया। इन कोशिशों के चलते थाना प्रभारी राजेश शर्मा और उनकी टीम बहुत जल्द कई और लोगों को भी दबोच सकती है।

मोबाइलों की सीडीआर
रजिस्टर के अलावा आरोपी से जब्त आईफोन समेत 6 मोबाइलों की सीडीआर निकालने के लिए सायबर सेल को औपचारिक पत्र लिखा जा चुका है। जैसे ही रिपोर्ट मिलती है तो जांच और तेज हो जाएगी। इसके जरिए पुलिस टीम सट्टेबाजी और आरोपी के बाहरी संबंधों को बेनकाब करने में कामयाब हो जाएगी। अब तक की पड़ताल से आरोपी के नागौद, सतना, मैहर के लोगों से कनेक्शन सामने आ चुके हैं पर छापे की खबर लगते ही अधिकांश सटोरिए भूमिगत हो गए हैं।

साल भर चलता है खेल
उचेहरा में क्रिकेट का सट्टा पकड़े जाने से यह बात साबित हो गई कि भारत की टीम खेले या न खेले सट्टेबाजी जारी रहती है। इस खेल को चलाने वाले किसी भी लाइव मैच पर दाव लगवाने का मौका नहीं चूकते। कई व्यापारी, सरकारी अधिकारी व कर्मचारी और नेता अपनी काली कमाई क्रिकेट के सट्टे में लगाकर वारा न्यारा करते रहते हैं।

 

Created On :   19 Jun 2018 7:51 AM GMT

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