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एसडीएम की टीम ने किया नवेगांव गोदाम में चावल की जांच
डिजिटल डेस्क बालाघाट। जिले में मिलर्स द्वारा मिलिंग के बाद अमानक स्तर का चांवल दिये जाने के मामले में कलेक्टर डी.व्ही. सिंग के निर्देश पर एसडीएम के.सी. बोपचे, तहसीलदार श्री वर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने आज दोपहर एकाएक भारतीय खाद्य निगम के नवेगांव गोदाम में पहुंचकर मिलर्स द्वारा जमा किये गए चांवल की जांच की और रखे गए चांवल का सैंपल लिया।
मिलर्स ने दिया अमानक चावल
गौरतलब हो कि बालाघाट जिले में मिलिंग के बाद मिलर्स द्वारा जो चांवल प्रदाय किया जा रहा है, वह अमानक स्तर का है, जिसको लेकर कई बार अखबारों में प्रकाशन के माध्यम से यह बात प्रशासन के संज्ञान में लाई गई है। जिसकी एक शिकायत मानव अधिकार आयोग को की गई थी। जिसको संज्ञान में लेते हुए मानव अधिकार आयोग ने खाद्य विभाग के आयुक्त को बालाघाट में मिलर्स द्वारा दिये जाने वाले अमानक स्तर के चांवल की जांच के लिए निर्देशित किया था। जिसके बाद खाद्य विभाग के आयुक्त से जिला प्रशासन को मामले के जांच के आदेश दिये थे।
आयुक्त फुड से मिले अमानक स्तर के चांवल की जांच के बाद कलेक्टर डी.व्ही. सिंग द्वारा गोदामों में भंडारित मिलर्स द्वारा दिये गए चांवल की जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है। जिसको अमानक चांवल की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। कलेक्टर के निर्देश के बाद जांच के लिए बालाघाट एसडीएम के.सी. बोपचे की टीम ने नवेगांव स्थित गोदाम में भंडारित किये गए चांवल की जांच की। इस दौरान खाद्य विभाग, नॉन के क्वालिटी इंस्पेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक दल मौजूद था। जहां रखे गए चांवल की जांच के लिए एसडीएम के.सी. बोपचे के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा चांवल के सैंपल लिए गए है।
नवेगांव गोदाम में जांच करने पहुंचे एसडीएम के.सी. बोपचे ने बताया कि कलेक्टर साहब के निर्देश पर गोदामों में भंडारित चांवल के अमानक स्तर की जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है, जिसकी जांच के लिए चांवल के सैंपल लिए गए है। यदि चांवल अमानक स्तर का पाया जाता है तो तथ्यो के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
Created On :   9 May 2018 1:21 PM IST