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चेन बनाकर आधा दर्जन बच्चों ने पार की उफनती नदी, बैराज स्टॉप डेम के तेज बहाव में फंसे थे
डिजिटल डेस्क, कटनी। बाढ़ में फंसे बच्चों ने मानव श्रृंखला बनाकर तेज बहाव को भी चुनौती देते हुए एक-दूसरे को सुरक्षित निकल लिया। मामला बरगंवा क्षेत्र के कटनी नदी में नगर निगम के कटाएघाट स्थित बैराज स्टॉप डेम का है। दरअसल मंगलवार सुबह गांव के दस से बारह वर्ष के सात से आठ बच्चे घूमते-घूमते कटाये घाट में पहुंच गए। यहां पर सभी बच्चे स्टॉप डेम की दीवार से बीच नदी की धार में पहुंच गए। उसी समय पानी का बहाव तेज हो गया। नदी का पानी स्टापडेम के ऊपर से बहने लगा। पानी का बहाव देखते हुए बच्चे भी सर्तक हो गए। बगैर साहस गंवाए बच्चों ने इससे निकलने की योजना बनाई और एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए चैन बनाकर इस मुसीबत को भी पार कर लिया।
जानकारी लगने पर ग्रामीण भी यहां पर पहुंचे। जिन्होंने नगर निगम पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यहां पर रोजाना ग्रामीणों का आना-जाना होता है। स्टॉप डेम की दीवार से ग्रामीण एक दूसरे की तरफ जाते हैं। इसके बावजूद सुरक्षा के उपाए नहीं किए गए।
तालाब में उतराती मिली महिला की लाश
कुठला थाना क्षेत्र के बिलहरी पुलिस चौकी अंतर्गत करहिया नाले में सोमवार को बही महिला की लाश मंगलवार को तालाब में तैरते मिली। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मतवारी निवासी पप्पी कोल सात वर्षीया पुत्री के साथ खेत जा रही थी। महिला की चप्पल रास्ते में पडऩे वाले नाला में गिर गई। चप्पल निकालने के प्रयास में महिला नाले में गिर गई। सुबह महिला का शव लोगों ने तालाब में उतराते देखा और पुलिस को सूचना दी।
ट्यूब की मदद से बाहर निकाला शव
बताया गया है कि महिला के डूबने की सूचना के बाद भी यहां पुलिस के अलावा कोई नहीं पहुंचा। पूरी रात दो सिपाही यहां डटे रहे, लेकिन दूसरे दिन तक राजस्व विभाग की ओर से पटवारी तक नहीं पहुंचा। शव निकालने के लिए भी होमगार्ड के गोताखोर तक नहीं मिले। ग्रामीणों ने वाहन के ट्यूब में हवा भरकर 20 फिट से अधिक गहरे तालाब में घुसकर किसी तरह शव को बाहर निकाला। बिलहरी चौकी प्रभारी आर.बी.मिश्रा ने बताया कि महिला शव तालाब से निकलवा कर पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।