बस चालक ने मौत से पहले यात्रियों को दिया जीवनदान, सीने में दर्द होने पर रोकी बस

The bus driver gave life to the passengers before the death
बस चालक ने मौत से पहले यात्रियों को दिया जीवनदान, सीने में दर्द होने पर रोकी बस
बस चालक ने मौत से पहले यात्रियों को दिया जीवनदान, सीने में दर्द होने पर रोकी बस

डिजिटल डेस्क बालाघाट । बैहर से मलाजखंड मार्ग पर चलने वाली सफी बस सर्विस की निजी यात्री बस के ड्राइवर ने अपनी मौत को गले लगाकर दर्जनों यात्रियों की जान बचाने का साहसिक कार्य किया है। जानकारी के अनुसार बैहर से मलाजखंड की ओर जा रही एक निजी यात्री बस के ड्राइवर जो कि बैहर निवासी अमजद खान बताए जा रहे हैं।
बस खड़ी कर ली अंतिम सांस
वह बस लेकर मंडई से बैहर की ओर आ रहा था कि लालघाटी नामक स्थान के पास अचानक उनके सीने में दर्द का एहसास होने पर अमजद खान ने तुरंत गाड़ी सड़क किनारे सुरक्षित स्थान पर खड़ी कर दी और बस से उतरकर कंडक्टर को चक्के में गुटके लगाने कहा और वहीं बैठ गए । और देखते ही देखते चंद पलों में उनका उसी स्थान पर बेहोश हो गए जिसे तत्काल मलाजखण्ड अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसका पोस्टमार्डम बिरसा अस्पताल में किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक आने से मौत होने की संभावना बताई जा रही है। वहीं लोगों ने जो उस बस में सवार थे ने मृतक ड्राइवर की तत्परता और सूझबूझ की सराहना करते हुए कहा कि यदि ड्राइवर बस नहीं खड़ी करता तो बस में सवार तकरीबन 28 यात्रियों की जान भी खतरे में पड़ जाती यात्रियों ने ड्राइवर अमजद भाई ने अपनी जान पर खेलकर यात्रियों की जान बचाई । उन्हें अहसास हो गया था कि गंभीर तकलीफ उत्पन्न हो गई है और यदि बस चलाते रहा तो सभी लोगों का जीवन खतरे मे पड़ सकता है। अतएव ड्राईवर अमजद भाई ने अपनी मृत्यु के पूर्व विवेक और सूझबूझ से बस को किनारे लगाकर सभी यात्रियों को सुरक्षित कर दुनिया से विदा हो गए। सीने मे दर्द होने का अहसास होते ही बस रोका इसके कुछ देर में उनकी मौत हो गई ।

 

Created On :   19 March 2018 7:56 PM IST

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