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प्रदेश में रिलीज होने के बाद ही बालाघाट में होगा फिल्म पद्मावत का प्रसारण
डिजिटल डेस्क बालाघाट। पदमावत फिल्म के बालाघाट में एक दिन हुए प्रसारण के बाद बालाघाट के मल्टीफ्लेक्स में चल रही फिल्म का आज 26 जनवरी को प्रसारण नहीं किया गया। राजपूत सेना ने कहा कि बालाघाट में एक दिन फिल्म के प्रसारण के बाद थियेटर संचालकों से हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है कि जब तक प्रदेश में फिल्म का प्रसारण नहीं होगा, तब तक बालाघाट में फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जायेगा। यदि किया जाता है तो इसका खुलकर विरोध किया जायेगा।
गौरतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देशक संजय लीला भंसाली बनाई गई फिल्म पदमावत को रिलिज किये जाने के निर्देश के बाद अब जहां-जहां फिल्म को बैन किया गया था, वहां फिल्म के प्रदर्शन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि अब राजपूत समाज ने यह साफ कर दिया है कि यदि फिल्म कुछ समय बाद माहौल के शांत होने पर प्रदर्शित किया जाता है तो हमें फिल्म से कोई आपत्ति नहीं है किन्तु फिल्म पदमावत की आड़ में असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाकर शहर की शांति भंग न करें, इसके लिए यह रास्ता अभी अपनाया गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म जब देखेंगे तब सोचेंगे कि वह फिल्म कैसी है किन्तु फिल्म के प्रदेश में बालाघाट में एक दिन हुए शो के बाद आज शो बंद कर दिया गया है और यह फिल्म जब तक बालाघाट के थियेटरों में नहीं दिखाई जायेगी। जब तक पूरे प्रदेश में फिल्म का प्रदर्शन प्रारंभ नहीं होता।
राजपूत समाज ने बालाघाट में शांतिपूर्ण माननीय न्यायालय के आदेशानुसार फिल्म को थियेटर में चलाने दिया, उसको लेकर लोग राजपूत समाज की भावनाओं को आहत करने वाली पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल की जा रही है, जिससे समाज में रोष व्याप्त है। जो भी फिल्म को प्रदेश में अन्य जगह में प्रदर्शन होने तक जिले में नहीं होने दिये जाना एक कारण है। जिसको लेकर वह धार्मिक विचारों को आहत करने वाली पोस्ट के खिलाफ अपराधिक मामला भी दर्ज करवाने पुलिस में शिकायत की जायेगी।
राजपूत क्षत्रिय समाज के संरक्षक अशोकसिंह सरस्वार ने फिल्म की तारीफ की है, उन्होंने कहा कि उन्हें भी फिल्म के बारे में अच्छा सुनने को मिला है किन्तु देश के अन्य स्थानों में राजपूत समाज के फिल्म को लेकर चले आ रहे विरोध के दौरान कुछ असामाजिक तत्व समाज के विरोध में शामिल होकर उग्र प्रदर्शन कर जिले की शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास न करें और फिल्म पदमावत के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति न खड़ी हो, इसलिए थियेटर संचालकों से चर्चा कर इसे आगामी प्रदेश में फिल्म के प्रसारण तक बंद रखे जाने की बात सामाजिक तौर से कही गई है।
फेसबुक में हो रही टिप्पणी से समाज आहत
सामाजिक लोगों का कहना है कि माननीय न्यायालय के आदेशानुसार बालाघाट में फिल्म प्रदर्शन को एक दिन चलने दिया गया किन्तु उनके समर्पण को फेसबुक में कमेंट कर लोग समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले पोस्ट कर रहे है। जिससे समाज में आक्रोश है। जिले में सामाजिक ताकत का अंदाजा, राजपूत समाज के सम्मेलन में जिला देख चुकी है। सामाजिक लोगों की मानें तो फेसबुक में बड़े ही भद्दे और अपमानजनक टिप्पणी की गई है। जिले में फिल्म पदमावत के प्रदर्शन के बाद फेसबुक पर फिल्म प्रदर्शन में सामाजिक ताकत का माखौल उड़ाने का प्रयास किया गया है।
Created On :   27 Jan 2018 1:00 PM IST