New Delhi News: चंद्रपुर में जंगली जानवरों के हमले से 7 माह में 25 की मौत, धाराशिव गुफाओं के आसपास पर्यटन विकास का प्रस्ताव नहींं

चंद्रपुर में जंगली जानवरों के हमले से 7 माह में 25 की मौत, धाराशिव गुफाओं के आसपास पर्यटन विकास का प्रस्ताव नहींं
  • चंद्रपुर में जंगली जानवरों के हमले से 7 माह में 25 की मौत, 108 व्यक्ति हुए घायल
  • धाराशिव गुफाओं और नलदुर्ग किले के आसपास पर्यटन विकास का प्रस्ताव नहींं

New Delhi News. महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में पिछले सात महीनों में जंगली जानवरों के हमले के कारण 25 व्यक्तियों की मौत हो गई और 108 व्यक्ति घायल हो गए हैं। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने सोमवार को लोक सभा में यह जानकारी दी। कांग्रेस सांसद प्रतिभा धानोरकर के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन घटनाओं के मद्देनजर, महाराष्ट्र सरकार ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने हेतु सुरक्षा प्रयोजनों हेतु एआई युक्त कैमरे स्थापित किए हैं और ताडोबा अंधारी बाघ रिजर्व के मुख्य क्षेत्र से सटे गांवों में त्वरित कार्रवाई के लिए प्राथमिक अभिक्रिया दलों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार से दिनांक 3 अगस्त 2025 के सरकारी संकल्प के अनुसार, राज्य द्वारा जंगली जानवरों के हमले के पीड़ितों को मुआवजा दिया जा रहा है। इसके अलावा, मानव-वन्यजीव संघर्ष के पीड़ितों को समय पर मुआवजा सुनिश्चित किया जा रहा है और हितधारकों के लिए जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने यह भी बताया है कि क्षेत्रीय कर्मचारी बस्तियों के आसपास के क्षेत्रों में नियमित रूप से गश्त करते हैं और ग्राम वासियों के साथ जागरूकता सत्र आयोजित करते हैं तथा मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी जन वन विकास योजना जैसी योजनाओं को क्रियांवित करते हैं।

धाराशिव गुफाओं और नलदुर्ग किले के आसपास पर्यटन विकास का प्रस्ताव नहींं

महाराष्ट्र के धाराशिव (उस्मानाबाद) जिले में धाराशिव गुफाओं और नलदुर्ग किले के आसपास पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए पर्यटन मंत्रालय की कोई योजना नहीं है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। शिवसेना (उद्धव) सांसद ओमप्रकाश निंबालकर के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि धाराशिव गुफाओं और नलदुर्ग किले के आसपास पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए पर्यटन मंत्रालय के पास कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। शेखावत ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने प्रशाद योजना के अंतर्गत विकास हेतु धाराशिव जिले के तुलजापुर मंदिर स्थल की पहचान की है। पर्यटन परियोजाओं हेतु वित्तीय सहायता के लिए राज्य सरकारों से प्रस्तावों की प्राप्ति एक सतत प्रक्रिया है। प्राप्त प्रस्तावों की निर्धारित दिशानिर्देशों के संदर्भ में जांच की जाती है और निर्धारित शर्तों की पूर्ति तथा धन की उपलब्धता के अध्यधीन ऐसी परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि पर्यटन स्थलों और उत्पादों का विकास और संवर्धन राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। यह मंत्रालय विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से महाराष्ट्र सहित पूरे देश के विभिन्न पर्यटन उत्पादों का विकास और संवर्धन करके राज्यों के प्रयासों को संपूरित करता है।

Created On :   18 Aug 2025 10:26 PM IST

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