Satna News: दुर्घटना में घायल युवक पर जिला अस्पताल के वार्ड में घुसकर हमला

दुर्घटना में घायल युवक पर जिला अस्पताल के वार्ड में घुसकर हमला
  • सिर पर आई गंभीर चोट, आरोपी फरार
  • कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।
  • वार्ड में बेड खाली नहीं होने पर फर्श में ही लिटाकर इलाज शुरू करा दिया।

Satna News: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था किस कदर चरमरा गई है, इसका एक नमूना रविवार की दोपहर को तब देखने को मिला, जब सडक़ दुर्घटना में घायल होने के बाद इलाज के लिए लाए गए युवक के साथ दूसरे पक्ष के कुछ लोग मारपीट कर बड़ी आसानी से निकल गए। हल्ला मचने पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।

क्या है घटना

पुलिस ने बताया कि आकाश पुत्र फूलचंद चौधरी 20 वर्ष, निवासी सोहावल, थाना सिविल लाइन, अपनी बाइक से रविवार की दोपहर को तकरीबन 12 बजे सतना से घर लौट रहा था, तभी सोहावल मोड़ के पास सामने से आई मोटरसाइकिल से टक्कर हो गई, जिसमें वह घायल हो गया। यह खबर लगने पर मां बेबी चौधरी समेत परिजन मौके पर आए और उसे तुरंत जिला चिकित्सालय ले आए, जहां वार्ड में बेड खाली नहीं होने पर फर्श में ही लिटाकर इलाज शुरू करा दिया।

इसी दुर्घटना में दूसरी बाइक पर सवार संजय सिंह नामक युवक को भी चोट लगने पर हॉस्पिटल लाया गया और उसी वार्ड में भर्ती कर दिया गया। इस दौरान संजय के परिजनों ने हादसे के लिए आकाश को जिम्मेदार ठहराते हुए गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी, जिसमें सिर पर लोहे का कडा लगने से वह लहूलुहान हो गया। पीड़ित की मां के शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गए। इस मामले में टीआई रावेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

नाममात्र के हैं सुरक्षा इंतजाम

जिला अस्पताल में कहने को पुलिस चौकी है, जो कि सिटी कोतवाली के अंतर्गत आती है, मगर स्टाफ के नाम पर 1 प्रधान आरक्षक, 1 आरक्षक और 1 होमगार्ड ही यहां तैनात हैं। दोनों पुलिसकर्मी सुबह 10 से रात 10 बजे तक ड्यूटी पर रहते हैं, जबकि होमगार्ड जवान रात में चौकी की रखवाली करता है।

ऐसे में ये पुलिसकर्मी मर्ग-पंचनामा, पोस्टमार्टम और एमएलसी कराने में ही व्यस्त रहते हैं, तो वहीं अस्पताल प्रबंधन ने प्राइवेट कंपनी से अनुबंध के आधार पर 14 सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर रखा है, जो 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में उपलब्ध होते हैं, पर सभी जगह निगरानी करना उनके लिए भी संभव नहीं है। हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे भी बस नाम के ही हैं।

Created On :   9 Jun 2025 1:17 PM IST

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