Shirpur News: प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक ₹15,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक ₹15,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
  • शिरपुर तहसील के शिक्षा जगत में हड़कंप
  • अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया हुई
  • प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक ₹15,000 की रिश्वत लेते धराया

Shirpur News. धुलिया जिले की शिरपुर तहसील में शिक्षा क्षेत्र की गरिमा को कलंकित करने वाली रिश्वतखोरी की घटना ने पूरे शिक्षण जगत में सनसनी फैला दी है। भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एसीबी) ने महात्मा गांधी विद्यालय, ग्राम मांजरोद (शिरपुर) के प्रधानाध्यापक कैलास सखाराम पाटील (56 वर्ष) और सहायक शिक्षक गोपाल रघुनाथ पाटील (47 वर्ष) को ₹15,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

मामला कैसे शुरू हुआ

शिकायतकर्ता इसी विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत है। जुलाई 2023 में उसकी वार्षिक वेतन वृद्धि एक वर्ष के लिए निलंबित कर दी गई थी, और 12 वर्ष की सेवा पूरी होने के बावजूद वरिष्ठ वेतनमान लागू नहीं किया गया था। जब उसने यह मामला प्रधानाध्यापक कैलास पाटील के समक्ष रखा, तो उन्होंने कहा कि काम करवाने के लिए सहायक शिक्षक गोपाल पाटील को ₹15,000 देने होंगे। इस खुली रिश्वत मांग से परेशान होकर शिकायतकर्ता ने धुलिया स्थित एसीबी से संपर्क किया।

एसीबी की कार्रवाई

सहायक पुलिस अधीक्षक सचिन सालुंखे के मार्गदर्शन में एसीबी की टीम ने पहले शिकायत का सत्यापन किया। 6 नवंबर 2025 को सत्यापन के दौरान, प्रधानाध्यापक पाटील ने शिकायतकर्ता को सहायक शिक्षक के पास भेजा, जहाँ पंचों की उपस्थिति में ₹15,000 की मांग दोहराई गई। इसके बाद 12 नवंबर 2025 (बुधवार) को एसीबी ने जाल बिछाया। कार्रवाई के दौरान सहायक शिक्षक गोपाल पाटील ने शिकायतकर्ता से रिश्वत स्वीकार की, और टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बाद में प्रधानाध्यापक कैलास पाटील को भी हिरासत में लिया गया।

मामला दर्ज और जांच

इस मामले में थालनेर पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। पूरे अभियान का नेतृत्व डीवाईएसपी सचिन सालुंखे ने किया, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भरत तांगड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधव रेड्डी और सुनील दोरगे (नासिक परिक्षेत्र) ने मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक यशवंत बोरसे, पद्मावती कलाल, राजन कदम, मुकेश अहिरे, प्रवीण मोरे, संतोष पावरा, मकरंद पाटील, प्रशांत बागुल, सागर शिर्के, प्रीतेश चौधरी, रेशमा परदेशी, सुधीर मोरे और जगदीश बडगुजर सहित कई अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।

जनता की प्रतिक्रिया

इस घटना से शिरपुर तहसील ही नहीं, बल्कि पूरे धुलिया जिले में हड़कंप मच गया है। स्थानीय नागरिकों ने शिक्षकों के हक के नाम पर रिश्वत मांगने वाले दोनों शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने भी अपील की है यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है, तो तुरंत एसीबी को सूचित करें। हम नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं।

Created On :   13 Nov 2025 7:02 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story