- Home
- /
- टेक्नोलॉजी
- /
- गैजेट्स
- /
- तो इस कारण twitter ने 140 कैरेक्टर...
तो इस कारण twitter ने 140 कैरेक्टर की लिमिट को कभी नहीं बढ़ाया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट twitter का इस्तेमाल आजकल ज्यादातर लोग करने लगे हैं, लेकिन आज भी ये आम लोगों के पहुंच से दूर ही है। twitter का इस्तेमाल facebook या instagram की तरह हर कोई नहीं करता, लेकिन मीडिया में या सोशल अकाउंट्स पर लोग tweets जरूर पढ़ते हैं। twitter पर tweet करने की जो 140 कैरेक्टर की लिमिट है, उससे लोगों की क्रिएटिविटी भी बढ़ती है और शॉर्ट लेकिन फुल होने की वजह से इसे समझना भी आसान होता है। शायद twitter के पॉपुलर होने का एक ये भी कारण है। हाल ही में twitter ने अपनी कैरेक्टर लिमिट को 140 से बढ़ाकर 280 कर दिया है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि twiiter पर ही ये 140 कैरेक्टर की लिमिट रखी गई, जबकि बाकी सोशल साइट्स पर इस तरह की कोई लिमिट नहीं है। लोगों को जो दिल में आता है, वो लिख सकता है, लेकिन twitter पर लिखने के लिए उसके पास सिर्फ 140 कैरेक्टर ही थे। अगर आपने इस बारे में नहीं सोचा, तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों है?
क्या है इसके पीछे की वजह?
दरअसल, twitter की शुरुआत जब हुई, तो उस समय लोग मैसेजिंग किया करते थे। स्मार्टफोन का इस्तेमाल भी इतना नहीं किया जाता था, इसलिए लोग मैसेजिंग के लिए SMS यानी शॉर्ट मैसेज सर्विस पर डिपेंड रहते थे। अब लेकिन मैसेजिंग में 160 कैरेक्टर तक का ही मैसेज टाइप किया जा सकता था, इसलिए माना जाता है कि twitter ने भी इसलिए अपने tweets के लिए 160 कैरेक्टर की लिमिट रखी।
आखिर अब तक क्यों नहीं बढ़ाई twitter कैरेक्टर लिमिट?
इसके पीछे भी दो कारण बताए जाते हैं। पहला कारण तो ये है कि इससे यूजर्स टू द पॉइंट अपनी बात रख सकते हैं और दूसरा ये कि कैरेक्टर लिमिट बढ़ने से उसके एक्टिव यूजर कम हो सकते हैं। अब पहले कारण पर थोड़ी बात कर लेते हैं। असल में twitter ने पिछले साल अपनी कैरेक्टर लिमिट को बढ़ाने का फैसला लिया, लेकिन उसे टाल दिया गया। क्योंकि कंपनी के शेययरहोल्डर्स और कई यूजर्स का मानना था कि 140 कैरेक्टर की लिमिट ही इसके पॉपुलरटी का कारण है और यूजर्स अपनी बात को भी टू द पॉइंट कहता है। twitter पर लोग घुमा-फिराकर अपनी बात रखने की बजाय क्लियर रखते हैं। इसलिए इसकी लिमिट न ही बढ़ाई जाए तो अच्छा है।
अब बात दूसरे कारण कि, तो वो ये कि कंपनी को डर था कि कैरेक्टर लिमिट बढ़ा देने से लोग twitter से दूर न हो जाए। जनवरी 2016 के आंकड़ों के मुताबिक twiter के टोटल यूजर्स 64.5 करोड़ थे। इनमें से 28.9 करोड़ एक्टिव यूजर्स थे। इनमें से करीब 75% यूजर्स ऐसे थे, जिन्होंने 10 से कम ही tweet किए थे, जबकि 40% यूजर्स ने कोई tweet ही नहीं किया था। लेकिन ये यूजर्स रेगुलर एक्टिव रहते थे और दूसरों के tweet पढ़ते थे। कंपनी का ऐसा मानना था कि ये लोग दूसरों के tweet सिर्फ इसलिए ही पढ़ते थे क्योंकि ये शॉर्ट होते थे। अब ऐसे में कंपनी के सामने ये दिक्कत थी कि अगर कैरेक्टर लिमिट को बढ़ा दिया गया, तो ये एक्टिव यूजर्स twitter से किनारा न कर लें।
Created On :   28 Sept 2017 2:30 PM IST