मिलाप कोविड-19 के खिलाफ कोष जुटाने आगे आया
नई दिल्ली, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म मिलाप ने कोविड-19 महामारी से सर्वाधिक प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए एक पेज मिलाप ओआरजी डॉट कोविड19 लॉन्च किया गया।
इसके उद्देश्यों में बड़े शहरों की झुग्गियों में रहने वाले लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने से लेकर डॉक्टर्स/उनके सामाजिक अभियानों के लिए प्रोटेक्टिव गियर उपलब्ध कराना, छोटे अस्पतालों में वैंटिलेटर्स आदि उपलब्ध कराना शामिल हैं।
जहां एक तरफ मशहूर हस्तियों, जैसे लुई मिरांडा और वेंकट अईयर ने फंडरेजर स्थापित कर लिए हैं, वहीं दूसरी तरफ अनेक लोग ऐसे भी हैं, जो अपने आसपास संकटग्रस्त परिवारों की मदद के लिए फंड एकत्रित कर रहे हैं। वैश्विक संगठन के लिए मिलाप ने इस उद्देश्य के लिए आने वाले सभी फंडरेजर्स के लिए अपने प्लेटफॉर्म का शुल्क पूरी तरह से हटा लिया है।
मिलाप के सीईओ एवं को-फाउंडर मयूख चौधरी ने कहा, यह क्राउडफंडिंग प्रोजेक्ट भारत में कमजोर वर्ग के परिवारों के आर्थिक संकट को कम करने के लिए एक नागरिक अभियान है, जो उन लोगों को भी आर्थिक संसाधनों द्वारा सहायता देगा, जो सबसे आगे रहकर इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारा उद्देश्य हर व्यक्ति को अपने समूह, पड़ोस जरूरतमंद को पहचानकर इस मुश्किल समय में उसे मदद प्रदान करने की प्रेरणा देना है। यद्यपि सामान्य स्थिति दोबारा बहाल होने में कुछ समय लगेगा, लेकिन मानवता के छोटे छोटे प्रयास इस मुश्किल दौर को भी आसान बना देंगे।
उन्होंने कहा, हमारे डोनर्स नागरिक संचालित फंडरेजिंग के अभियानों में सहयोग देने के प्रमाणित व विश्वसनीय माध्यमों के लिए हमारे पास आए हैं। इस उद्देश्य के लिए एक सप्ताह के भीतर 6000 डोनर्स ने फंडरेजर्स को सहयोग दिया है और यह संख्या हर पल बढ़ती जा रही है। इतने बड़े संकट से लड़ने का एकमात्र रास्ता यही है कि यह लड़ाई मिलकर लड़ी जाए। मिलाप पूरा प्रयास कर रहा है कि लोग एक दूसरे को सहयोग दे सकें। हम अपने प्लेटफॉर्म पर 0 प्रतिशत शुल्क की सुविधा दे रहे हैं ताकि जरूरतमंद लोग उन्हें मिलने वाला पूरा सहयोग प्राप्त कर सकें।
मिलाप एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म है, जो व्यक्तिगत मेडिकल उद्देश्यों के लिए काम करता है। यह अभी तक चेन्नई, असम एवं केरला में बाढ़ एवं अन्य विपदाओं के दौरान आपातकालीन सहायता एवं आपदा राहत के लिए 40,000 से ज्यादा डोनर्स से लगभग 10 करोड़ रुपये एकत्रित कर चुका है। यह प्लेटफॉर्म केवल भारत में सहायता प्रदान कर सकता है, लेकिन फंडरेजर्स दुनिया में किसी भी जगह से सहायता ले सकते हैं।
Created On :   1 April 2020 6:00 PM IST