डब्ल्यूएचओ ने कहा दक्षिण-पूर्व एशिया में 19 लाख नर्सों, दाइयों की जरूरत

WHO said 19 lakh nurses, midwives needed in Southeast Asia
डब्ल्यूएचओ ने कहा दक्षिण-पूर्व एशिया में 19 लाख नर्सों, दाइयों की जरूरत
डब्ल्यूएचओ ने कहा दक्षिण-पूर्व एशिया में 19 लाख नर्सों, दाइयों की जरूरत

नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों में, जिसमें भारत भी शामिल को 2030 तक सभी को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए 19 लाख नर्सों और दाइयों की जरूरत है। इसके लिए नए प्रयासों को शामिल करने की आवश्यकता है। इसकी जानकारी विश्व स्वास्थ्य एजेंसी ने दी।

कोरोनावायरस महामारी से पता चला है कि नर्सें स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कितना महत्वपूर्ण हैं।

2018 तक, डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 35 लाख नर्स और दाइयां थी, जो 10 हजार प्रति आबादी पर 18 थीं। जबकि 2014 यह संख्या 29 लाख थी, और औसत 10,000 जनसंख्या पर 16 नर्स और दाइयों का था।

डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कहा, प्रगति हुई है, लेकिन और अधिक किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, क्षेत्रीय औसत अभी भी वैश्विक औसत से नीचे है, जो प्रति 10,000 जनसंख्या पर 37 नर्स का है, जबकि 10000 आबादी पर कम सकम 40 नर्सों की आवश्यकता है। 2030 तक इस क्षेत्र को 19 लाख से अधिक नर्सों और दाइयों की आवश्यकता होगी।

इस अंतर को भरने के लिए मंगलवार को जारी स्टेट ऑफ द वल्र्ड नसिर्ंग रिपोर्ट में उन प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया है जिन देशों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

खेत्रपाल सिंह ने कहा, हमें नर्सों की संख्या बढ़ाने और नसिर्ंग शिक्षा में सुधार करने की आवश्यकता है। हमें नर्सों के लिए नौकरियों की संख्या में सुधार करने की आवश्यकता है, ग्रामीण और सीमांत क्षेत्रों में उनकी गुणवत्ता और वितरण करने के लिए हमें नेतृत्व, प्रबंधन और विशेष भूमिकाओं के असाइनमेंट को बढ़ाने की आवश्यकता है।

इन प्राथमिकताओं में से प्रत्येक पर प्रगति से देशों को अन्य जरूरतों के बीच मातृ और बाल स्वास्थ्य के लिए सेवाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी, साथ ही उन्हें गैर-संचारी रोगों के लिए बेहतर प्रतिक्रिया देने, पर्याप्त गहन देखभाल सेवाएं प्रदान करने और वृद्ध लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।

डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में 11 देश हैं, जिसमें इंडोनेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते, बांग्लादेश, भूटान, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, भारत, मालदीव आते हैं।

Created On :   8 April 2020 7:31 PM IST

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