रोबोट्स लेंगे सेक्स वर्कर्स की जगह, आने वाले समय में पूरी करेंगे जरूरतें
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। रेप और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के बढ़ते मामलों की वजह से सेक्स डॉल्स की डिमांड बढ़ी, लेकिन अब बदलते युग के साथ सेक्स रोबोट्स की डिमांड बढ़ सकती है। लोग अपनी शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए डॉल्स और सेक्स वर्कर्स की जगह अब सेक्स रोबोट ले रहे हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो सेक्स रोबॉट्स कॉमन होते जा रहे हैं। जो लोग हर चीज के लिए टेक्नॉलजी पर निर्भर रहते हैं उन्हें जल्द ही सेक्स रोबोट की जरूरत महसूस होगी और इन रोबोट्स की डिमांड बढ़ जाएगी।
लोग अब कस्टमाइज रोबोट्स बनवा रहे हैं, जिनमें निप्पल का कलर, बॉडी का शेप, आंखों का रंग और ब्रेस्ट का साइज वगैरह बताकर बनवाया जा रहा है। वहीं इस बारे एक्सपर्ट्स चेतावनी देते हैं कि जल्द ही 'डिजीसेक्शुअल' लोगों की संख्या बढ़ जाएगी। ये ऐसे लोग हैं, जिनकी सेक्शुअल और इमोशनल जरूरतें वर्चुअल वर्ल्ड से पूरी करते हैं।
दरअसल ये बात जर्नल सेक्शुअल और रिलेशनशिप थेरपी में छपी एक रिपोर्ट के आधार कही जा रही है। जिसके मुताबिक लोग रिलेशनशिप के लिए भी इंसानों के बजाय सेक्स रोबोट को चुनेंगे।
जैसे-जैसे ये टेक्नॉलजी आगे बढ़ेगी वैसे ही ज्यादा से ज्यादा लोग इसे अपनाने के लिए आगे आएंगे और खुद को डिजीसेक्शुअल के रूप में पहचानेंगे। एक पॉर्न स्टार के मुतबिक रोबॉट्स जल्द ही फीमेल अडल्ट स्टार्स को बेरोजगार कर देंगे।
रोबोट सोफिया के बाद फीमेल रोबो की दिमांड
सोफिया एक ह्यूमनॉइड रोबॉट है जिसे हॉन्गकॉन्ग की कंपनी हॉनसन रोबॉटिक्स ने बनाया है। इस रोबॉट को अक्टूबर में सउदी अरेबिया की सिटिजनशिप दी गई है। इसके बाद फीमेल रोबो की डिमांड बढ़ी है। इस रोबॉट को उस देश की महिलाओं से ज्यादा अधिकार दिए गए हैं। हाल ही में एक न्यूज पेपर को दिए इंटरव्यू में उसने कहा कि फैमिली वाकई इंपॉर्टेंट है। उसने कहा, 'मुझे लगता है कि लोगों को अपने ब्लड ग्रुप से बाहर भी रिश्ते मिलते हैं, जिसे वो परिवार कहते हैं। ये बहुत ही अच्छा है।' सोफिया ने कहा कि अगर उसकी कोई रोबॉट डॉटर होती है तो वो उसका नाम अपने नाम पर रखना चाहेगी।
Created On :   2 Dec 2017 12:21 PM IST