Axiom 4 Mission: स्पेस स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना हुए शुभांशु, 23 घंटे का सफर कर कल कैलिफोर्निया में करेंगे स्प्लैशडाउन

- शुभांशु शुक्ला की रिटर्न जर्नी हुई शुरू
- करीब 23 घंटे का सफर कर धरती पर पहुंचेंगे
- 26 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंचे थे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के शुभांशु शुक्ला समेत चार अन्य एस्ट्रोनॉट आज 14 जुलाई शाम पौने पांच बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना हुए। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट करीब 23 घंटे की यात्रा कर कल 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे तक कैलिफोर्निया के समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा। स्प्लैशडाउन का मतलब में समुद्र में उतरेगा।
शुभांशु की रिटर्न जर्नी हुई शुरू
आज दोपहर करीब 02:15 बजे क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में पहुंचा। इसके बाद शाम 4:45 बजे स्पेसक्राफ्ट इंटरनेशनल स्पेसक्रॉफ्ट के हार्मनी मॉड्यूल से अनडॉक हुआ। 15 जुलाई को दोपहर करीब 3 बजे कैलिफोर्निया में समुद्र में उतरेगा।
25 जून को हुए थे रवाना
स्पेसक्राफ्ट लगभग 263 किलो कार्गो के साथ रिटर्न धरती पर रिटर्न होगा, जिमसें नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा प्रयोगों का डेटा शामिल है। बता दें कि एक्सियम-4 ( Axiom-4) मिशन के तहत शुभांशु सहित चार क्रू सदस्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचे थे।
नासा और इसरो संयुक्त मिशन एक्सियम मिशन-4 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लांच किया गया था। ड्रैगन अंतरिक्ष यान को 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर डॉक किया गया था। पहले यह मिशन 14 दिनों का था, जिसे बढ़ाकर बाद में 17 दिन का कर दिया गया था।
फेयरवेल सेरेमनी में क्या बोले शुभांशु?
पृथ्वी पर वापस आने से पहले Axiom-4 मिशन पर गए सभी एस्ट्रोनॉट के लिए एक खास फेरयवेल सेरेमनी का आयोजन किया गया। 13 जुलाई की शाम हुए इस समारोह के दौरान शुभांशु शुक्ला ने देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के फेमस डायलॉग को दोहराया। उन्होंने कहा, 'भारत आज भी सारे जहां से अच्छा है।'
'यहां होना मेरे लिए खुशी की बात' उन्होंने आगे कहा- 'जब मैंने 25 जून को फाल्कन 9 रॉकेट ये यात्रा शुरू की थी, तब नहीं सोचा था कि यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय रहेगी। मेरे पीछे खड़ी टीम के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं होती। यहां होना बहुत खुशी की बात है।' शुभांशु ने कहा, यह एक अविश्वसनीय और जादूई यात्रा रही है। आज का भारत अंतरिक्ष से महत्वकांक्षी, निडर, आत्मविश्वासी और गर्व से भरा दिखाई देता है। भारतीय एस्ट्रोनॉट यात्री ने कहा कि बीते 17 दिन में हमने स्पेस स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की, आउटरीच एक्टिवटी की, इसके बाद जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से धरती को निहारा।
Created On :   14 July 2025 8:15 PM IST