UN मुख्यालय में भारत की मजबूत मौजूदगी: यूनिसेफ और UNDP से हुई अहम बैठकें, भारत ने दिखाया वैश्विक नेतृत्व

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क में भारतीय अधिकारियों और सांसदों की उच्च-स्तरीय बैठकों ने वैश्विक विकास और मानवाधिकारों के क्षेत्र में भारत के बढ़ते नेतृत्व को रेखांकित किया।
न्यूयॉर्क में भारत की गूंज, संयुक्त राष्ट्र में बढ़ा प्रभाव
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित बैठकों की एक श्रृंखला में भारत ने वैश्विक विकास और मानवाधिकारों के क्षेत्र में अपनी मजबूत भूमिका पेश की। इन चर्चाओं में भारत के सांसदों ने हिस्सा लिया और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा यूनिसेफ (UNICEF) जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ भारत के गहरे और लंबे सहयोग पर चर्चा हुई।
भारत और UNDP के बीच छह दशक पुराना भरोसा
UNDP की एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय निदेशक और संयुक्त राष्ट्र की सहायक महासचिव कन्नी विग्नराजा (Kanni Wignaraja) ने भारत और UN के बीच चले आ रहे छह दशक पुराने साझेदारी संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत ने डिजिटल गवर्नेंस, कृषि, डेयरी विकास, रोजगार योजनाओं और तकनीकी शिक्षा जैसे क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर अभूतपूर्व कार्य किए हैं।
UNICEF मुख्यालय में बाल अधिकारों पर भारत का फोकस
भारतीय सांसद विवेक तन्खा (Vivek Tankha) ने यूनिसेफ मुख्यालय में हुई अपनी मुलाकात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वहां यूनिसेफ की डिप्टी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर किटी वैन डेर हेडेन (Kitty van der Heijden) और उनकी टीम के साथ बाल अधिकारों और सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा हुई।
विवेक तन्खा ने कहा कि भारत, यूनिसेफ के साथ मिलकर बच्चों की भलाई और शिक्षा के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। उन्होंने यूनिसेफ की साझेदारी और रोटरी इंटरनेशनल द्वारा पोलियो उन्मूलन में दिए गए योगदान की भी सराहना की।
वर्तमान में यह साझेदारी One Health, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्मार्ट एग्रीकल्चर और इनोवेटिव इंश्योरेंस मॉडल्स तक फैल चुकी है। विग्नराजा ने कहा कि ये प्रयास विकास को समावेशी, भविष्य-उन्मुख और लचीला बनाने की दिशा में भारत के योगदान को दर्शाते हैं।
भारत का बढ़ता वैश्विक नेतृत्व
इन बैठकों ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब केवल एक सहभागी नहीं, बल्कि वैश्विक नीति-निर्माण में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है। भारत की पहलें न केवल अपने नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए समानता, नवाचार और स्थायी विकास का संदेश देती हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारत की बढ़ती उपस्थिति यह दर्शाती है कि वह आज “वैश्विक विकास का भागीदार” नहीं, बल्कि “मार्गदर्शक” बन चुका है।
Created On :   14 Oct 2025 8:26 PM IST