विदेश मंत्री को पत्र: कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने जयशंकर को लिखा पत्र, अमेरिका यात्रा की मंजूरी न मिलने पर मांगा स्पष्टीकरण

- कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने जयशंकर को लिखा पत्र
- अमेरिका यात्रा की मंजूरी न मिलने पर मांगा स्पष्टीकरण
- भविष्य में ऐसी यात्राओं के लिए पारदर्शी और सहयोगात्मक रवैया अपनाए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर 14-27 जून 2025 को प्रस्तावित अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के लिए राजनीतिक मंजूरी न मिलने का कारण पूछा है। खड़गे ने मंत्रालय से औपचारिक स्पष्टीकरण और भविष्य में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की मांग की है।
पत्र में खड़गे ने बताया कि यह यात्रा बोस्टन में बीआईओ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और सैन फ्रांसिस्को में डिजाइन ऑटोमेशन सम्मेलन (डीएसी) में भाग लेने के साथ-साथ शीर्ष कंपनियों, विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ बैठकों के लिए थी। इसका उद्देश्य कर्नाटक के लिए सहयोग, निवेश और रोजगार के अवसर तलाशना था। उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा इनकार के कारणों का स्पष्ट उल्लेख न होने से भविष्य के कार्यक्रमों की योजना बनाना मुश्किल हो रहा है। यह प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाता है, खासकर जब यात्रा राष्ट्रीय हित और राज्य के विकास से जुड़ी हो।
खड़गे ने कर्नाटक को भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तकनीकी राजधानी बताते हुए कहा कि राज्य सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोस्पेस और रक्षा उत्पादन में अग्रणी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कर्नाटक का नेतृत्व दूरदर्शी नीतियों और वैश्विक साझेदारियों से बना है, जिसने इसे अंतरराष्ट्रीय निवेश का केंद्र बनाया है।
मंत्री ने चिंता जताई कि इस महत्वपूर्ण यात्रा में मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधित्व की कमी से भारत को वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने और निवेशकों में भरोसा बढ़ाने का अवसर खो गया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा प्रधानमंत्री के 'विकसित भारत' के विजन को समर्थन देने वाली थी।
इससे पहले, गुरुवार को पेरिस से लौटने के बाद बेंगलुरु हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में खड़गे ने केंद्र की एनडीए सरकार पर कर्नाटक की प्रगति को रोकने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार कर्नाटक की सफलता को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
खड़गे ने मंत्रालय से अनुरोध किया कि वह इनकार के कारणों का स्पष्ट जवाब दे और भविष्य में ऐसी यात्राओं के लिए पारदर्शी और सहयोगात्मक रवैया अपनाए।
Created On : 21 Jun 2025 12:31 AM IST