भीमा कोरेगांव: पुणे पुलिस ने सुधा भारद्वाज को फिर लिया हिरासत में, कोर्ट में करेंगे पेश

भीमा कोरेगांव: पुणे पुलिस ने सुधा भारद्वाज को फिर लिया हिरासत में, कोर्ट में करेंगे पेश
हाईलाइट
  • एल्गार परिषद सम्मेलन मामले में भी आरोपी हैं सुधा
  • सुधा भारद्वाज को कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
  • सूरजकुंड (फरीदाबाद) स्थित घर से किया अरेस्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील सुधा भारद्वाज को भीमा कोरेगांव हिंसा और एल्गार परिषद सम्मेलन मामले में एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है। मेडिकल कराने के बाद पुलिस सुधा को एयरपोर्ट लेकर जाएगी। सुधा को सूरजकुंड (फरीदाबाद) स्थित उनके घर से हिरासत में लिया गया। पुणे पुलिस ने शुक्रवार को अरुण टी फरेरा और वर्नन एस गोंजाल्विस को हिरासत में लिया था। सुधा के वकील ने बताया कि सुधा के हाउस अरेस्ट की अवधि शुक्रवार को खत्म हो गई थी। इसके बाद सुधा की जमानत याचिका पुणे हाइकोर्ट ने खारिज कर दी थी। शुक्रवार रात पुणे पुलिस सुधा के घर पहुंची और उन्होंने उसे हिरासत में ले लिया। अब उन्हें पुणे कोर्ट में पेश किया जाएगा।


FIR में छह लोगों के नाम
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार की ओर से ASG तुषार मेहता ने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ मामले में पुख्ता सबूत हैं। FIR में छह लोगों के नाम हैं लेकिन किसी की भी तुरंत गिरफ्तारी नहीं की गई थी, शुरुआती जांच में सबूत सामने आने पर 6 जून को एक गिरफ़्तारी हुई जिसे कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई, कोर्ट से सर्च वांरट मांगा गया था।

 

देश को हिंसा में झोंकने का आरोप
मामले की जांच कर रही पुणे पुलिस ने 28 अगस्त को देश के अलग-अलग हिस्सों से पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं- गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज, वरवरा राव, वरनॉन गोंजाल्विस और अरुण फरेरा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इन पर देश को हिंसा में झोंकने की साज़िश में शामिल होने का आरोप लगाया। इसके खिलाफ इतिहासकार रोमिला थापर समेत पांच लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका में आरोप लगाया गया कि गिरफ्तारी का मकसद राजनीतिक है। पुलिस सत्ताधारी पार्टी विरोधी विचारधारा रखने वाले बुद्धिजीवियों को निशाना बना रही है।

Created On :   27 Oct 2018 9:40 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story