Odisha Minor Girl Case: पुरी में जिंदा जलाई गई नाबालिग लड़की की मौत, दिल्ली AIIMS में ली अंतिम सांस, जानें पूरा मामला

- ओडिशा की बेटी ने तोड़ा दम
- दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान मौत
- जल गया था 70 परसेंट से भी ज्यादा शरीर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओडिशा के पुरी में आग के हवाले की गई 15 साल की नाबालिग लड़की जिंदगी की जंग जीत नहीं सकी। उसने दिल्ली AIIMS में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। लड़की की मौत पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित कई नेताओं ने दुख जाहिर किया है। वहीं, कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने कहा लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए। इसके अलावा BJD नेता अमर पटनायक ने सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
सीएम ने जताया दुख
सीएम मोहन माझी ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि बलंगा कांड में पीड़ित बच्ची की मृत्यु का समाचार सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। सरकार के तमाम प्रयासों और एम्स, दिल्ली की विशेषज्ञ चिकित्सा टीम के चौबीसों घंटे प्रयासों के बावजूद, उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि बच्ची की आत्मा को शांति प्रदान करें और उसके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
BJD विधायक की प्रतिक्रिया
लड़की की मौत पर बीजद विधायक कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बलंगा की युवती, जो इस तरह के जघन्य अपराध की शिकार थी, बच नहीं पाई। यह ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और इस मुद्दे को संबोधित करने में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है। सरकार को वास्तव में आत्मनिरीक्षण करने और हिंसक अपराधों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों पर गंभीर कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
'बेटियां सुरक्षित नहीं'
कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने कहा कि न्याय में देरी न्याय से इनकार के समान है। पिछले 2 महीनों में ओडिशा में 2 घटनाएं हुई हैं। भारत के राष्ट्रपति को न्याय सुनिश्चित करने के लिए ओडिशा सरकार पर दबाव डालना चाहिए। देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।
बीजेडी नेता पटनायक ने उठाए सवाल
बलांगीर घटना के पीड़ित की AIIMS में मौत पर BJD नेता अमर पटनायक ने कहा कि अब मुख्य प्रश्न यह उठता है कि हम हर दिन ऐसी कहानियां सुनते हैं। हर दिन महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार या छेड़छाड़ की जा रही है। इस तरह की घटनाएं राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। मुझे डर है कि अब महिलाएं कॉलेज और स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र सड़कों पर चलने से डरेंगे क्योंकि अब उन्हें सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। अपराधी बेलगाम हैं। न तो उन्हें पकड़ा जा रहा है न ही उन पर मुकदमा चलाया जा रहा है। महिलाओं और बच्चों में विश्वास और भरोसे की भावना पैदा करने में सक्षम नहीं है।
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, नाबालिग लड़की को 3 बदमाशों ने अगवा कर उसको आग के हवाले कर दिया। यह घटना 19 जुलाई की बताई जा रही है। नाबालिक लड़की की मां ने बलंगा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। मां का कहना है कि उनकी बेटी अपने एक दोस्त से मिल कर घर की ओर आ रही थी। उस वक्त कुछ लड़के आए और उसे उठा कर ले गए। इसके बाद उसको जिंदा जला दिया। बताया जा रहा है कि, लड़की का शरीर 70 परसेंट से भी अधिक जल गया था।
दिल्ली में चल रहा था इलाज
मिली जानकारी के अनुसार, सबसे पहले लड़की को पिपिली सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती करवाया गया। इसके बाद उसे भुवनेश्वर के एम्स हॉस्पिटल में ले जाया गया। फिर एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स में एड्मिट किया गया। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
Created On :   3 Aug 2025 9:15 AM IST