बिरला और देवेश्वर को बनाया एयर इंडिया का गैर अधिकारिक डायरेक्टर

Birla and deveshwar appoint as a non-official directors in air india
बिरला और देवेश्वर को बनाया एयर इंडिया का गैर अधिकारिक डायरेक्टर
बिरला और देवेश्वर को बनाया एयर इंडिया का गैर अधिकारिक डायरेक्टर
हाईलाइट
  • बिरला समूह का व्यापार 35 देश और 6 महाद्वीप में फैला हुआ है।
  • मंगलम इस समय 44.3 बिलयन के आदित्य बिरला समूह के प्रमुख हैं।
  • योगेश्वर चंद्र देवेश्वर कोलकता की इंडियन टोबेको कंपनी (आईटीसी) के चेयरमैन हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जाने-माने उद्योगपति कुमार मंगलम बिरला और योगेश्वर चंद्र देवेश्वर को एयर इंडिया का गैर अधिकारिक और स्वतंत्र डायरेक्टर बनाया गया है। ऐसा पहली बार है, जब किसी उद्योगपति को इस तरह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के लिए चयनित किया गया है। मंगलम इस समय 44.3 बिलयन के आदित्य बिरला समूह के प्रमुख हैं। बिरला समूह का व्यापार 35 देश और 6 महाद्वीप में फैला हुआ है। योगेश्वर चंद्र देवेश्वर कोलकाता की इंडियन टोबेको कंपनी (आईटीसी) के चेयरमैन हैं। कंपनी का फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएसीजी) और होटल क्षेत्र में व्यापार करती है। सरकारी आदेश के मुताबिक बिरला और देवेश्वर की नियुक्ति कैबिनेट की समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति के बाद हुई है।

तीन साल के लिए किया नियुक्त
दोनों को तीन साल के लिए एयर इंडिया का गैर अधिकारिक डायरेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा श्यामवीर सैनी को राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड और गुरमोहिंदर सिंह को भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड का गैर अधिकारिक डायरेक्टर नियुक्त किया है। अरुण टंडन को बालमेर लावरी एंड कारपोरेशन लिमिटेड का गैर अधिकारिक डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। बिरला और देवेश्वर के अलावा बाकि लोगों की ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। तपन कुमार मंडल का नाम कोलकाता मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के लिए चयनित किया गया है।

 

 

एयर इंडिया को कर्ज से उबारने की कोशिश?
सरकार के इस कदम को एयर इंडिया की ब्रांडिग का जरिया भी माना जा रहा है। बता दें कि लगातार घाटे में जा रही सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया को 3 बैंक और एयरक्राफ्ट लीज पर देने वाली 2 कंपनियां डिफॉल्ट का नोटिस दे चुकी हैं। जानकारी के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात की सरकारी एयरलाइंस कंपनी दुबई एयरोस्पेस एंटरप्राइज (डीएई) और सैन फ्रांसिस्को की कंपनी वेल्स फार्गो ट्रस्ट सर्विसेज ने पत्र भेजकर किराए की बकाया रकम मांगी है। इसके अलावा 22 बैंकों के कंसोर्सियम में शामिल स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, देना बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने एयर इंडिया के एनपीए में तब्दील होने की चिंता जाहिर की है। कुछ समय पहले केंद्र सरकार ने एयर इंडिया की 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की कोशिश की थी, लेकिन किसी खरीदार की तरफ से इसमें रुचि नहीं दिखाए जाने के बाद इस बिक्री योजना को टालना पड़ा था।

Created On :   2 Aug 2018 4:07 AM GMT

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